फरियाद मेरी सुन के बजरंगी चले आना,
नित ध्यान धरूँ तेरा बिगड़ी को बना जाना,
फरियाद मेरी सुन के बजरंगी चले आना।।
तुझे अपना समझकर मैं फरियाद सुनाते है,
तेरे दर पे आकर मैं नित धुनी रमाता हु,
क्यूँ भूल गये भगवन मुझे समझ के बेगाना,
फरियाद मेरी सुन के बजरंगी चले आना।।
नैनो में भरे आँसू क्यूँ तरस ना खाते हो,
क्या दोष हुआ मुझसे मुझे क्यूँ ठुकराते हो,
अब मेहर करो बाबा सुन कर ये अफ़साना,
फरियाद मेरी सुन के बजरंगी चले आना।।
तुम बिन ना कोई मेरा अब नाथ सहारा हो ,
इस जीवन को मैने तुझ पर ही वारा है,
मर्जी है तेरी हनुमत अच्छा नही तड़पाना,
फरियाद मेरी सुन के बजरंगी चले आना।।