यूँ बजाओ ना मुरली की तान रे, तान ले लेगी जान रे । कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे ।
यूँ बजाओ ना मुरली की तान रे, तान ले लेगी जान रे । कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे । कान्हा कहना तो मेरा मान रे, तान ले लेगी जान रे । ऐसे ना बंशी बजाया करो, कान्हा ना हमको सताया करो । कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे …