मंगल की सेवा सुन मेरी देवा काली माता आरती लिरिक्स
आरती संग्रह मंगल की सेवा सुन मेरी देवा काली माता आरती लिरिक्सस्वर – श्री नरेन्द्र चंचल जी। मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े,पान सुपारी ध्वजा नारियल,ले ज्वाला तेरी भेंट धरे,सुन जगदम्बे कर ना विलम्बे,संतन के भडांर भरे।संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,जय काली कल्याण करे।। बुद्धि विधाता तू जग माता,मेरा कारज सिद्ध करे,चरण कमल का लिया सहारा,शरण तुम्हारी आन …