जिनके राम भरोसा भारी उनको डर नहीं लागे रे लिरिक्स
जिनके राम भरोसा भारी, दोहा सतगुरु दयाल मुझ पर मेहर करी,तब ज्ञान का दीपक जारा,भ्रम अंधेरा मिट गया,चहु दिश भया उजियारा।रेण दिवस टूटे नहीं,ज्यूँ लगी तेल संग धारा,दास पलटू कहे ज्ञान दृष्टि सू देखियों,घट घट में ठाकुर द्वारा।राम के नाम की कोई निंदा करे,पार ब्रह्म से कर्म हैं माठा,भावबिन चांतरा देवरा धोक देता फिरे,तेल सिंदूर …