दर दिवार दर्पण भयो, जित देखू तित तोय ।

दर दिवार दर्पण भयो, जित देखू तित तोय । कंकर पत्थर ठीकरी, सब भयो आरसी मोय ॥ आवे ना जावे, मरे नहीं जन्मे, सोई निज पीव हमारा हो । ना प्रथम जननी ने जनमो, ना कोई सिर जन हारा हो ॥ आवे ना जावे, मरे नहीं जन्मे सोई निज पीव हमारा हो… साधनसिद्ध मुनि ना …

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इक दिन काहना शोर मचाये, पेट पकड़ चिलाये

इक दिन काहना शोर मचाये, पेट पकड़ चिलाये अरे क्या हो गया है, अरे क्या हो गया है भामा रुक्मण समझ ना पाये, अरे क्या हो गया है, अरे क्या हो गया है पूछे हैं दोनों रानी, पीड़ा मिटेगी कैसे सांवरे मैं लाऊँ भर के पानी बोले मैं ना बचूं मैं तो आज रे चरणो …

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मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना । तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना ॥

मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना । तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना ॥ मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले । तेरी याद ने बना दी मेरी ज़िन्दगी फ़साना ॥ मुझे इसका गम नहीं है की बदल गया ज़माना । मेरी ज़िन्दगी के मालिक कहीं तुम बदल …

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विच्च पहाड़ां गुफा दे अन्दर, मन्दिर एक निराला ए

विच्च पहाड़ां गुफा दे अन्दर, मन्दिर एक निराला ए बारो महीने खुलेया रेह्न्दा, ना बुहा ना ताला ए जय माता दी केहन्दे केहन्दे चढ़दे लोग चढाईआं ने इक पासे ने ऊँचे पर्वत दूजे पासे खाईयां ने फिर वी जो दर्शन नु आउँदा, समझो किस्मत वाला ए बारो महीने खुलेया रेह्न्दा… औंदी जांदी संगता दा जित्थे …

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लहर लहर लहराए चुनरिया मैया की । भक्तो के मन भाए, चुनरिया मैया की ।

लहर लहर लहराए चुनरिया मैया की । भक्तो के मन भाए, चुनरिया मैया की । लाल चुनरिया मैया की, लाल चुनरिया मैया की । चुनरी के धागों में भक्तो का प्यार, करलो मैया जी इसे स्वीकार । बड़े प्यार से माए, चुनरिया मैया की, लहर लहर लहराए चुनरिया मैया की ॥ हां चुनरिया मैया की, …

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यूँ बजाओ ना मुरली की तान रे, तान ले लेगी जान रे । कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे ।

यूँ बजाओ ना मुरली की तान रे, तान ले लेगी जान रे । कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे । कान्हा कहना तो मेरा मान रे, तान ले लेगी जान रे । ऐसे ना बंशी बजाया करो, कान्हा ना हमको सताया करो । कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे …

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बूहे भावें मन्दिराँ दे खोल या ना खोल, अस्सी कुण्डा खड़कायी जाना ए ।

बूहे भावें मन्दिराँ दे खोल या ना खोल, अस्सी कुण्डा खड़कायी जाना ए । मर्जी ए तेरी चाहे बोल या न बोल, ऐसी माँ माँ कह के बुलाई जाना ए ॥ बच्चेयाँ दी भूलां उत्ते मावां पौन पर्दा, भूल हो ही जांदी ए, कोई जान के नहीं करदा । लख्ख फटकार भावें गुस्से विच्च बोल, …

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तन तम्बूरा,तार मन अद्भुत है ये साज

तन तम्बूरा,तार मन अद्भुत है ये साज हरी के कर से बज रहा हरी ही है आवाज तन के तम्बूरे में दो सांसो की तार बोले जय सिया राम राम..जय राधे श्याम श्याम अब तो इस मन के मंदिर में प्रभु का हुआ बसेरा मगन हुआ मन मेरा,छूटा जनम जनम का फेरा मन की मुरलिया …

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