नहीं चलाओ बाण व्यंग के ऐह विभीषण ताना ना सेह पाऊं, क्यों तोड़ी है यह माला,
नहीं चलाओ बाण व्यंग के ऐह विभीषण ताना ना सेह पाऊं, क्यों तोड़ी है यह माला, तुझे ए लंकापति बतलाऊं मुझ में भी है तुझ में भी है, सब में…
नहीं चलाओ बाण व्यंग के ऐह विभीषण ताना ना सेह पाऊं, क्यों तोड़ी है यह माला, तुझे ए लंकापति बतलाऊं मुझ में भी है तुझ में भी है, सब में…
मन मैला और तन को धोए, फूल को चाहे,कांटे बोये...कांटे बोये । मन मैला और तन को धोए... करे दिखावा भगति का क्यों उजली ओढ़े चादरिया । भीतर से मन…
दर ते अवांगे तेरे सालो साल नी माए । पूरे करदे तू मेरे वी सवाल नी माए ॥ सुहा चोला ते चुन्नी तिल्लेदार नी माए । मैं चढ़ावांगी तेरे दरबार…
दर दिवार दर्पण भयो, जित देखू तित तोय । कंकर पत्थर ठीकरी, सब भयो आरसी मोय ॥ आवे ना जावे, मरे नहीं जन्मे, सोई निज पीव हमारा हो । ना…
इक दिन काहना शोर मचाये, पेट पकड़ चिलाये अरे क्या हो गया है, अरे क्या हो गया है भामा रुक्मण समझ ना पाये, अरे क्या हो गया है, अरे क्या…
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना । तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना ॥ मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले । तेरी…
विच्च पहाड़ां गुफा दे अन्दर, मन्दिर एक निराला ए बारो महीने खुलेया रेह्न्दा, ना बुहा ना ताला ए जय माता दी केहन्दे केहन्दे चढ़दे लोग चढाईआं ने इक पासे ने…
लहर लहर लहराए चुनरिया मैया की । भक्तो के मन भाए, चुनरिया मैया की । लाल चुनरिया मैया की, लाल चुनरिया मैया की । चुनरी के धागों में भक्तो का…