हंस लो मित्र कोनी थारो hanslo mitra koni tharo bhajan lyrics हंसला भजन लिरिक्स
हंसलो मित्र कोनी थारो
हंसलो मित्र कोनी थारो ,
ए भोली काया।
तू जाणे काया में ठग राख्यो ,
यो हंसलो आप ठगोरो ।
अमर लोक से आयो म्हारो हंसलो ,
यो आयो अखंड कंवारो।
इ हंसले न ब्याह रचायो ,
यो ही है पिव तिहारो ।
ए भोली काया।
हंसलो मित्र ….
काढ रे ल्याई कढाय कर ल्याई ,
फिर फिर ल्याई रे उधारो।
इ हंसले न कदे न भूखो राख्यो ,
सूंप दियो घर सारों ।
ए भोली काया।
हंसलो मित्र ….
जळ गया तेल बुझ गयी बतिया ,
मन्दरिया में भयो अंधियारो।
ले दिवलो में घर घर डोली ,
मिल्यो कोनी तेल उधारो।
ए भोली काया।
हंसलो मित्र ….
दो दिन या चार दिन को पावणों ,
यो लाद चल्यो बिणजारो।
तू कहे हंसा संग चलूँगा ,
छोड़ चल्यो मझधारो।
ए भोली काया।
हंसलो मित्र ….
उड़ गया हंस या टूट गयी टाटी ,
माटी में मिल गयो गारो।
कहत कबीर सुणो भाई साधू ,
निकल गयो बोलण हारो।
ए भोळी काया।
हंसलो मित्र ….
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hansla bhajan lyrics in English
hanslo mitra koni tharo
hansalo mitra koni tharo,
a bholi kaya.
tu jaane kaya me thag rakhyo,
yo hansalo aap thagaro .
amar lok se aayo maro hansalo,
yo aayo akhand kavaro.
e hansale ne byah rachayo,
yo hi hai piv tiharo,
a bholi kaya.
hansalo mitra……
kath re lyai kathay kar lyai,
fir fir lyai re udharo.
e hansale ne kade ne bhukho rakhyo,
sup diyo ghar saro .
a bholi kaya.
hansalo mitra……
jal gaya tel buj gayi batiya,
mandriya me bhayo andhiyaro.
le divlo me ghar ghar doli,
milyo koni tel udharo.
a bholi kaya.
hansalo mitra……
do din ya char din ko pavno,
yo lad chalyo binjaro.
tu kahe hansa sang chalunga,
chod chalyo majhdharo.
a bholi kaya.
hansalo mitra……
ud gaya hansa tut gayo tati,
mati me mil gayo garo.
hahat kabir suno bhai sadho,
nikal gayo bolan haro.
a bholi kaya.
hansalo mitra……
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हंसला भजन लिरिक्स in hindi
हंस लो मित्र कोनी थारो
हंसलो मित्र कोनी थारो ,ए भोली काया।
तू जाणे काया में ठग राख्यो ,यो हंसलो आप ठगोरो ।
अमर लोक से आयो म्हारो हंसलो ,यो आयो अखंड कंवारो।
इ हंसले न ब्याह रचायो ,यो ही है पिव तिहारो ।
ए भोली काया। हंसलो मित्र ….
काढ रे ल्याई कढाय कर ल्याई ,फिर फिर ल्याई रे उधारो।
इ हंसले न कदे न भूखो राख्यो ,सूंप दियो घर सारों ।
ए भोली काया। हंसलो मित्र ….
जळ गया तेल बुझ गयी बतिया ,मन्दरिया में भयो अंधियारो।
ले दिवलो में घर घर डोली ,मिल्यो कोनी तेल उधारो।
ए भोली काया। हंसलो मित्र ….
दो दिन या चार दिन को पावणों ,यो लाद चल्यो बिणजारो।
तू कहे हंसा संग चलूँगा ,छोड़ चल्यो मझधारो।
ए भोली काया। हंसलो मित्र ….
उड़ गया हंस या टूट गयी टाटी ,माटी में मिल गयो गारो।
कहत कबीर सुणो भाई साधू ,निकल गयो बोलण हारो।
ए भोळी काया। हंसलो मित्र ….
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Bhajan / Geet(भजन ) == हंसलो मित्र कोनी थारो
Bhajan Singer/गायक = विकास नाथ जी
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics