म्हारा चारभुजा रा नाथ मांगू जो तो सगळो दीजो लिरिक्स | charbhuja-ji-bhajan-rajasthani-lyrics
म्हारा चारभुजा रा नाथ मांगू जो तो सगळो दीजो लिरिक्स ।। दोहा ।।मुरलीधर की बांसुरी, सुना रही है तान। घर से निकली राधिका, छोड़ साज- सामान। म्हारा चारभुजा रा नाथ,म्हारा कोटड़ी रा श्याम,मांगू जो तो सगळो दीजो,जोडूं दोनो हाथ।। अरे रेवाने मने बंगलो दीजो,फूल बगीचो साथ,फूल तोड़कर हार बनाऊ,पेरे दीनानाथ,मारा चारभुजा रा नाथ,म्हारा कोटड़ी रा …