एक हरि को छोड़ किसी की चलती नहीं है मनमानी भजन लिरिक्स
एक हरि को छोड़ किसी की,चलती नहीं है मनमानी,चलती नही है मनमानी लंकापति रावण योद्धा ने,सीता जी का हरण किया,इक लख पूत सवालख नाती,खोकर कुल का नाश किया,धान भरी वो…
Vishnu Ji Bhajan Lyrics विष्णु भजन लिरिक्स
एक हरि को छोड़ किसी की,चलती नहीं है मनमानी,चलती नही है मनमानी लंकापति रावण योद्धा ने,सीता जी का हरण किया,इक लख पूत सवालख नाती,खोकर कुल का नाश किया,धान भरी वो…
भज ले हरी को एक दिन तो है जाना,जीवन को यदि सफल बनाना,भज ले हरी को एक दिन तो है जाना किसका गुमान करे कुछ भी ना तेरा,किसका गुमान करे…