मेरी होगी जरूर सुनवाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में
बड़ी आशा से झोली फैलाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में।
meri hogi jarur sunwai lyrics
इस जग की माँ देखि अजब रीत है
मतलब का यहाँ हर कोई मीत है
आके आवाज मैंने लगाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में
बड़ी आशा से झोली फैलाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में।
तेरे दर पे माँ दुखड़े मिटे पल में
आसरा मिलता माता के आँचल में
मुझको उम्मीद दी है दिखाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में
बड़ी आशा से झोली फैलाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में।
कुछ भी मुझको नहीं अब है माँ कामना
जब पुकारूँ आ ‘लख्खा’ का हाथ थामना
ज्योति आके ‘सरल’ ने जगाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में
बड़ी आशा से झोली फैलाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में।
मेरी होगी जरूर सुनवाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में
बड़ी आशा से झोली फैलाई
माँ तेरे सच्चे दरबार में।
गायक – Lakhbir Singh Lakhkha Ji
Bhajan Lyrics in Hindi with Video
भजन लिरिक्स