करते हैं जो भक्ति संकट मोचन हनुमान की
उन्हें फिर संकट कैसा उन्हें फिर संकट कैसा
पा लेते हैं कृपा जो भी उस कृपा निदान की
उन्हें फिर संकट कैसा उन्हें फिर संकट कैसा।।
मन में श्रद्धा लेकर नाम जो इनका गाते है
मिल जाति है दुख से मुक्ति सच्चा आनंद पाते हैं
जिन्को मिली दया दृष्टि सच्चे भक्त महान की
उन्हें फिर संकट कैसा उन्हें फिर संकट कैसा।।
जीवन पथ में जिसका सहारा भक्तो संकट मोचन
ये समझो जीवन पथ में ना दुविधा न उलझन।।
मिल जाति है ओट जिन्को महावीर बलवान की
उन्हें फिर संकट कैसा उन्हें फिर संकट कैसा।।
सागर संकट मोचन अपने भक्तो का रखवाला है
भक्ति की जो जाने शक्ति वो भी भक्त निराला है।।
मिल जाती जिन्को युक्ति चतुर सुजान की
उन्हें फिर संकट कैसा उन्हें फिर संकट कैसा।।
- सच्चा है ऊँचा तेरा नाम जय हो बाला जी
- लंका में वानर आया कैसा उत्पात मचाया महावीर हे बलि हनुमान
- पवन पुत्र हनुमान जय जय ओ बाला रे अंजनी के
- देवा हो देवा हनुमत देवा रामायण में आना
- आओ अब देर ना लगाओ बाला जी
- मुश्किल करे आसान जो वो नाम तो हनुमान है
Karte Hai Jo Bhakti Sankat Mochan Hanuman Ki
Karte Hai Jo Bhakti Sankat Mochan Hanuman Ki
Unhe Fir Sankat Kaisa Unhe Fir Sankat Kaisa
Paa Lete Hai Kripa Jo Bhi Uss Kripa Nidhan Ki
Unhe Fir Sankat Kaisa Unhe Fir Sankat Kaisa
Man Mein Shraddha Lekar Naam Jo Inka Gaate Hai
Mil Jaati Hai Dukh Se Mukti Sachcha Aanand Paate Hai
Jinko Milti Daya Drishti Sache Bhakt Mahan Ki
Unhe Fir Sankat Kaisa Unhe Fir Sankat Kaisa
Jeevan Path Mein Jinka Sahara Bhakto Sankat Mochan
Ye Samjho Jeevan Path Mein Na Duvidha Na Uljhan
Mil Jaati Hai Ott Jinko Mahaveer Balwaan Ki
Unhe Fir Sankat Kaisa Unhe Fir Sankat Kaisa
Sagar Sankat Mochan Apne Bhakto Ka Rakhwala Hai
Bhakti Ki Jo Jaane Shakti Vo Bhi Bhakt Nirala Hai
Mil Jaati Jinko Yukti Chatur Sujaan Ki
Unhe Fir Sankat Kaisa Unhe Fir Sankat Kaisa