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चाल सखी सत्संग में चला भजन लिरिक्स

| chal sakhi satsang me chala bhajan lyrics
चाल सखी सत्संग में चला chal sakhi satsang me chala satguru ji ke bhajan रामकुमार मालुनी के भजन

चाल सखी सत्संग में चाला

चाल सखी सत्संग में चाला ,
सत्संग मे सतगूरू आसी।
हरी चरणों की होजा दीवानी ,
नई तो जुगड़ा मे बह जासी।

ब्रह्मा जी आसी वीष्णु भी आसी ,
शंकर आसी केलासी।
छोटो सो गणपति आसी ,
माँ गोरा ने संग लासी।
चाल सखी ….

राम भी आसी लक्मण आसी ,
मधुवन का वनवासी।
हनुमान सा पायक आसी ,
माँ सीता संग में लासी।
चाल सखी ….

घड़ी घड़ी मे भरजे बराबर ,
पलक पलक मे जग जासी।
एक घड़ी सत्संगत करले ,
कट जासी लक चौरासी।
चाल सखी ….

गणेश आसी न रिधी सिधी लासी ,
माँ गोरा ने संग लासी।
दशरथ जी के दो कवर लाडले ,
वे तो वन के वनवासी।
चाल सखी ….

हरी की सेवा गुरु चरण में ,
बनत बनत बीरा बन जासी।
मीठा राम सत संगत शरणे ,
कर भजन नर तीर जासी।
चाल सखी ….

satguru ji Ke bhajan lyricsin English

chal sakhi satsang me chala

chaal sakhi satsang mein chaala ,
satsang me satagooroo aasee.
hari charanon ki hoja deevaanee ,
naee to jugada me bah jaasee.

brahma ji aasi vishnu bhi aasee ,
shankar aasee kelaasee.
chhoto so ganapati aasee ,
maan gora ne sang laasee.
chaal sakhee ….

raam bhee aasee lakman aasee ,
madhuvan ka vanavaasee.
hanumaan sa paayak aasee ,
maan seeta sang mein laasee.
chaal sakhee ….

ghadi ghadi me bharaje barabar ,
palak palak me jag jaasee.
ek ghadee satsangat karale ,
kat jaasee lak chauraasee.
chaal sakhee ….

ganesh aasi na ridhi sidhee laasee ,
maan gora ne sang laasee.
dasharath jee ke do kavar laadale ,
ve to van ke vanavaasee.
chaal sakhee ….

haree kee seva guru charan mein ,
banat banat beera ban jaasee.
meetha raam sat sangat sharane ,
kar bhajan nar teer jaasee.
chaal sakhee ….

सतगुरु भजन लिरिक्स इन हिंदी bhajan lyrics in hindi

चाल सखी सत्संग में चला

चाल सखी सत्संग में चाला ,सत्संग मे सतगूरू आसी।
हरी चरणों की होजा दीवानी ,नई तो जुगड़ा मे बह जासी।

ब्रह्मा जी आसी वीष्णु भी आसी ,शंकर आसी केलासी।
छोटो सो गणपति आसी ,माँ गोरा ने संग लासी।
चाल सखी ….

राम भी आसी लक्मण आसी ,मधुवन का वनवासी।
हनुमान सा पायक आसी ,माँ सीता संग में लासी।
चाल सखी ….

घड़ी घड़ी मे भरजे बराबर ,पलक पलक मे जग जासी।
एक घड़ी सत्संगत करले ,कट जासी लक चौरासी।
चाल सखी ….

गणेश आसी न रिधी सिधी लासी ,माँ गोरा ने संग लासी।
दशरथ जी के दो कवर लाडले ,वे तो वन के वनवासी।
चाल सखी ….

हरी की सेवा गुरु चरण में ,बनत बनत बीरा बन जासी।
मीठा राम सत संगत शरणे ,कर भजन नर तीर जासी।
चाल सखी ….

रामकुमार मालुनी के भजन video

Bhajan / Geet(भजन ) == चाल सखी सत्संग में चाला
Bhajan Singer/गायक = रामकुमार मालुणी
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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