Bhajan & Lyrics Details
Anandmurti Gurumaa Bhajan Lyrics , Anandmurti Gurumaa Bhajan Lyrics
आदि अन्त मेरा है राम
आदि अन्त मेरा है राम, उन बिन और सकल बेकाम।
1. कहाँ करूँ तेरा बेद-पुराना, जिन है सकल सकत बरमाना।
2. कहा करूँ तेरी अनुभौ-बानी, जिनते मेरी बुद्धि भुलानी।
3. कहा करूँ ये मान-बड़ाई, राम बिना सब ही दुखदायी।
4. कहा करूँ तेरा सांख्य औ जोग, राम बिना सब बंधन रोग।
5. कहा करूँ इन्द्रिन का सुक्ख, राम बिना देवा सब दुक्ख।
6. दरिया कहै, राम गुरु मुखिया, हरि बिन दुखी, रामसंग सुखिया।
Aadi Anta Mera Hai Ram
Aadi ant mera hai raam, un bin aur sakal bekaam
Kahan karun tera bed-purana, jin hai sakal sakat barmana
Kaha karun teri anubho baani, jinte meri buddhi bhulani
Kaha karun ye maan-badai, raam bina sab hi sukhdaayi
Kaha karun tera saankhya au jog, raam bina sab bandhan rog
Kaha kahun indrin ka sukkh, raam bina deva sab dukkh
Dariya kahai, ram guru mukhiya, hari bin dukhi, ramsang sukhiya
श्याम प्यारे न दूर जाया करो
श्याम प्यारे न दूर जाया करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
1. सुबह सवेरे उठां याद पहलां तेरी ही,
उठदेयाँ बैठदेयाँ सुरतिया तेरी ही,
रह अखियां दे कोल न दूर जाया करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
2. जमना किनारे बैठ याद करां तेरी ही,
धारा बहे आसूंआं दी अखियां चों मेरी जी,
छेती-छेती दरस दिखाया करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
3. कहंदी जदों श्याम श्याम, श्याम याद आवे जी,
हर घड़ी हर पल याद तेरी आवे जी,
ऐवें ही सानूं ना रुलाया करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
4. दुनिया बेगानी है मन नूं ना भांवदी,
श्याम दी दीवानी मैं श्याम श्याम गावदी,
अखियां मिलाओ ते जी तरसाया ना करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
मैं सतगुरु तेरे कोलों इक नाम पदारथ मंगां।
मैं सतगुरु तेरे कोलों, मैं दाता तेरे कोलों,
इक नाम पदारथ मंगां।
मैं जोगन बन के तेरी, मैं दासी बन के तेरी,
कोई रंग निराला रंगां।
1. भव जल पया ठाठां मारे, दोवें ना दिसन किनारे,
तुध बाजों केड़ा तारे, मैं दाता अर्ज़ एह मंगां।
2. सुण तेरी अमृत बाणी, प्रभु दी मैं समझी कहाणी,
मेरे अंदर बाहर वसदा, की खेल कलेलां करदा।
3. तेरा प्रेम मेरे हृदय वस जाए, तेरी याद मेरे दिल विच धस जाए,
लूँ लूँ तेरा नाम उचारे, मैं हर वेले एह मंगां।
जय शिव शंकर जय शिव
जय शिव शंकर, जय शिव शंकर, जय शंकर भोले।
सब देवों से देव निराले, जय शंकर भोले।।
1. योगियों में योगी है तू, राजन में राजा,
ब्रह्मानन्द में सदा विराजे, गिरिजा का प्यारा।
2. देवों के हित में ज़हर तू पीवे, अमृत का दाता,
दुख के कांटे सब हर लेता, आनंद का दाता।
3. एकानन चतुरानन है, बाघाम्बर बांधे तू,
कर में त्रिशूल विराजे, छम-छम नाचे तू।
4. हे ब्रह्मयोगी, हे सर्वेश्वर! हे गुण के दाता,
नैया मेरी तेरे हवाले, हे निश्चल दाता।
Jai Shiv Shankar
Jai shiv shankar, jai shiv shankar, jai shankar bhole
Sab devon ke dev niraale, jai shankar bhole
Yogiyon mein yogi hai tu, raajan mein raja
Brahmanand mein sadaa viraaje, girija ka pyara
Devon ke hit mein zeher tu peeve, Amrut ka daata
Dukh ke kaante sab har leta, anand ka daata
Ekanan chaturanan hai, Baghambar baandhe tu
Kar mein trishul viraaje, chham chham naache tu
He brahmyogi, he sarveshwar, he gun ke daata
Naiyya meri tere hawaale, hey nischal daata
आप ही रंगा ले अपना बना ले।
आप ही रंगा दे, अपना बना ले।
मैं तो मिटूँ भी कैसे आप ही मिटा दे।
1. मोम-सा दिल मेरा है, प्यार तेरी आग है,
आप ही जला दे, आप पिघला दे।
2. बोझ-सा दिल पे कैसा है, हल्का करा दे,
प्यार से दिल भरा है, आप ही भरा है।
3. प्यार को प्यार हुआ है, इसमें मेरा क्या है,
मैं तो मिटूँ भी कैसे, आप ही मिटा दे।
4. ढूँढूँ तुझे मैं कहाँ, तू हर जाँ है,
जान में रमे हो तुम, जान ही निभा दे।
5. रेज़ा-रेज़ा हो रही हूँ, जान अपनी खो रही हूँ,
बादलों से भारी अभी, तू हवा बना उड़ा ले।
6. राख-राख हो ही जाऊँ, आपा मैं खो ही जाऊँ,
बिछड़ना कभी हो न मुमकिन, ऐसा मिला ले।
Aap Hi Ranga Le Apna Bana Le
Aap hi ranga de, apna banaa le
Main to mitun bhi kaise aap hi mita de
Mom sa dil mera hai, pyaar teri aag hai
Aap hi jalaa de, aap pighlaa de
Bojh sa dil pe kaisa hai, halka karaa de
Pyar se dil bharaa hai, aap hi bharaa hai
Pyaar ko pyaar hua hai, ismein mera kya hai
Main to mitun bhi kaise, aap hi mita de
Dhoondun tujhe main kahan, tu har jaan hai
Jaan mein rame ho tum, jaan hi nibha de
Reza reza ho rahi hun, jaan apni kho rahi hun
Baadlon se bhaari abhi, tu hawaa banaa uda le
Raakh raakh ho hi jaun, aapa main kho hi jaun
Bicchadna kabhi ho na mumkin, aisa mila le
आई मैं आई तेरे
आई मैं आई तेरे द्वार ओ रसिया ।
दर्श तेरे की चाह लाई रसिया ।।
1. रंग डाला गोपाला, मतवाला नंदलाला,
रंग डाला तूने मुझे प्रेम में रसिया ।
2. वो आया रंग लाया, मेरा मन मुसकाया,
होरी के रंग में मुझे रंग डाला रसिया|
3. गोबिंदा मुकुंदा, तू ही तू आनंदा,
तेरी छवि है बड़ी प्यारी रे रसिया,
तेरी सूरत है लागे प्यारी रे रसिया।
Aaee Main Aaee Tere
Aaee main aaee tere dwaar o rasiya
Darsh tere ki chaah laayi rasiya
Rang daala gopala, matwala nandlala
Rang daala tune mujhe prem mein rasiya
Wo aaya rang laaya mera man muskaya
Hori ke rang mein mujhe rang daala rasiya
Gobinda mukunda, tu hi tu ananda
Teri chhavi hai badi pyari re rasiya
Teri surat hai laage pyari re rasiya
इक जोगी अलख जगाये
इक जोगी अलख जगाये इक जोगी, नाम प्रभु का गाये रे।
सुन लो सुन लो दुनिया वालो सच्ची राह बताये रे।।
1. जग में आ के जागो रे प्राणी, मोह ममता में न खोना,
शुभ कर्मों में लागो रे प्राणी, कभी यह अवसर न खोना,
सच्ची राह दिखाये रे।
2. साँझ-सवेरे राम जो बोले, अंतर पावन होये रे,
भव सागर से पार तरे वो, उसको कौन डुबोये रे,
सबको यह समझाये रे।
3. कोई विकार तुझे न छुये, तू रहना अविकारी,
जल में जैसे कमल रहे, तू बन वैसा संसारी,
शरण होये चित लाये रे।
Ek Jogi Alakh Jagaaye
“Ek jogi alakh jagaaye ek jogi, naam prabhu ka gaaye re
Sun lo sun lo duniya waalo sacchi raah bataye re
Jag mein aake jaago re prani, moh mamta mein na khona
Shubh karmon mein laago re prani, kabhi yeh avsar na khona
Sacchi raah dikhaye re
Saanjh-savere raam jo bole, antar paavan hoye re
Bhav saagar se paar tare wo, usko kaun duboye re
sabko yeh samjhaye re
Koi vikaar tujhe na chhuye, tu rehna avikaari
Jal mein jaise kamal rahe, tu ban vaisa sansaari
Sharan hoye chit laaye re”