।। दोहा ।।
धर जाता ,धर्म पलटतां , त्रियाँ पडंता ताव।
तीन दिवस मरण रा , कुण रंक कुण राव।
बस बात जरासी ,
होसी लिखी तकदीर।
लिखी करम की कैयां टलसी ,
तेरो जोर कठे ताई चलसी।
दुरमत करयां रे घणो जी बलसी,
दुरमत छोड़ो मेरा बीर।
बस बात …
क्यूँ धन की खातिर भागे ,
किस्मत तेरे सागे सागे।
तूँ सोवे तो भी या जागे ,
थ्यावस ले मेरा बीर।
बस बात …
तेरो मन चोखी खाने पर ,
छाप लगी दाने दाने पर।
मिल जासी मौको आने पर ,
जिस रे दाने मे तेरो सीर।
बस बात …
के चावे तू चोखा संगपन,
के चावे तूँ मान बड़प्पन।
होवे एक विचारे छप्पन,
शंभु भजो रे रघुवीर।
बस बात जरासी ,
होसी लिखी तकदीर।
बस बात जरासी होसी लिखी रे तकदीर hosi likhi re takdeer lyrics देसी मारवाड़ी भजन desi marwadi bhajan
देसी मारवाड़ी भजन lyrics in hindi
भजन :- होसी लिखी तकदीर
गायक :- ओम जी थेथलिया