माखन चोर नन्द किशोर,
मन मोहन, घनश्याम रे।
कितने तेरे रूप रे ,
कितने तेरे नाम रे।
देवकी माँ ने जनम दिया और ,
मैया यशोदा ने पाला।
तू गोकुल का ग्वाला बिंद्रा ,
बन गया बंसरी वाला
आज तेरी बंसी फिर बाजी ,
मेरे मन के धाम रे।
कितने तेरे रूप रे ,
कितने तेरे नाम रे।
माखन चोर …….
काली नाग के साथ लड़ा तू ,
ज़ालिम कंस को मारा।
बाल अवस्था में ही तुने ,
खेला खेल ये सारा।
तेरा बचपन तेरा जीवन ,
जैसे एक संग्राम रे।
कितने तेरे रूप रे ,
कितने तेरे नाम रे।
माखन चोर …….
तुने सब का चैन चुराया ,
ओ चितचोर कन्हैया।
जाने कब घर आए देखे ,
राह यशोदा मैया।
व्याकुल राधा ढूंढे श्याम ,
न आया हो गई शाम रे।
कितने तेरे रूप रे ,
कितने तेरे नाम रे।
माखन चोर नन्द किशोर,
मन मोहन, घनश्याम रे।
कितने तेरे रूप रे ,
कितने तेरे नाम रे।
mohammad rafi bhajan lyrics
माखन चोर नंद किशोर भजन makhan chor nand kishore bhajan krishna bhajan lyrics in hindi
श्री कृष्ण भगवान के हिंदी भजन
भजन :- माखन चोर नन्द किशोर
गायक :- मोहम्मद रफ़ी