धन धन भोलेनाथ तुम्हारे कौड़ी नहीं खजाने में भजन लिरिक्स

धन धन भोलेनाथ कमी नहीं खजाने में भजन लिरिक्स
, dhan dhan bholenath tumhare bhajan lyrics

कौड़ी नहीं खजाने में भजन लिरिक्स

धन धन भोलेनाथ तुम्हारे ,
कौड़ी नहीं खजाने में।
तीन लोक बस्ती में बसा ,
शिव आप बसे वीराने में।

जटाजूट सर गंगा शंकर के ,
गले में रुण्डन की माला।
माथे चन्दा छोटा रे सागर ,
कृपाले का है प्याला।
तीन लोक बस्ती में बसा ,
शिव आप बसे वीराने में। टेर

जिसको देख के भय व्यापे ,
गले में नागन की माला।
जिनके तीसरे नेत्र में है ,
तीन लोक का उजियारा।
तीन लोक बस्ती में बसा ,
शिव आप बसे वीराने में। टेर।

पीने को है भंग सदाशिव ,
और धतूरा खाने में।
तीन लोक बस्ती में बसा ,
शिव आप बसे वीराने में।
तीन लोक बस्ती में बसा ,
शिव आप बसे वीराने में। टेर।

नाम अनेक आपके शंकर ,
सबसे उत्तम है नंगा।
यही तो है आपकी माया शिवजी ,
जटा बिच में है गंगा।
तीन लोक बस्ती में बसा ,
शिव आप बसे वीराने में। टेर।

भुत प्रेत बेताल नाथ जी ,
यह लश्कर सबसे चंगा।
तीन लोक के होके विधाता ,
आप बने हो भीकमंगा।
तीन लोक बस्ती में बसा ,
शिव आप बसे वीराने में। टेर।

हमें बताओ नाथ क्या मिलता ,
आपको अलख जगाने में।
तीन लोक बस्ती में बसा ,
शिव आप बसे वीराने में।

bholenath bhajan hindi lyrics

dhan dhan bholenath tumhare

dhan dhan bholenath tumhare,
kodi nahi khajane me.
teen lok basti me basa,
shiv aap base virane me.

jatajut sar ganga shankar ke,
gale me rundan ki mala.
mathe chanda chota re sagar,
kripale ka hai pyala.
teen lok basti me basa,
shiv aap base virane me.

jisko dekh ke bhay vyape,
gale me nagan ki mala.
jinke teesre netra me hai,
teen lok ka ujiyara.
teen lok basti me basa,
shiv aap base virane me.

peene ko hai bhang sadashiv,
or dhatura khane me.
teen lok basti me basa,
shiv aap base virane me.
teen lok basti me basa,
shiv aap base virane me.

naam anek aapke shankar,
sabse uttam hai nanga.
yahi to hai aapki maya shivji,
jata bich me hai ganga.
teen lok basti me basa,
shiv aap base virane me.

bhut pret betal nath ji,
yahi lashkar sabse changa.
teen lok ke hoke vidhata,
aap bane ho bhkmanga.
teen lok basti me basa,
shiv aap base virane me.

hame batao nath kya milta,
aapko alakh jagane me.
teen lok basti me basa,
shiv aap base virane me.

शिव शंकर हिंदी भजन लिरिक्स

धन धन भोलेनाथ तुम्हारे

धन धन भोलेनाथ तुम्हारे ,कौड़ी नहीं खजाने में।
तीन लोक बस्ती में बसा ,शिव आप बसे वीराने में।

जटाजूट सर गंगा शंकर के ,गले में रुण्डन की माला।
माथे चन्दा छोटा रे सागर ,कृपाले का है प्याला।
तीन लोक बस्ती में बसा ,शिव आप बसे वीराने में। टेर।

जिसको देख के भय व्यापे ,गले में नागन की माला।
जिनके तीसरे नेत्र में है ,तीन लोक का उजियारा।
तीन लोक बस्ती में बसा ,शिव आप बसे वीराने में। टेर।

पीने को है भंग सदाशिव ,और धतूरा खाने में।
तीन लोक बस्ती में बसा ,शिव आप बसे वीराने में।
तीन लोक बस्ती में बसा ,शिव आप बसे वीराने में। टेर।

नाम अनेक आपके शंकर ,सबसे उत्तम है नंगा।
यही तो है आपकी माया शिवजी ,जटा बिच में है गंगा।
तीन लोक बस्ती में बसा ,शिव आप बसे वीराने में। टेर।

भुत प्रेत बेताल नाथ जी ,यह लश्कर सबसे चंगा।
तीन लोक के होके विधाता ,आप बने हो भीकमंगा।
तीन लोक बस्ती में बसा ,शिव आप बसे वीराने में। टेर।

हमें बताओ नाथ क्या मिलता ,आपको अलख जगाने में।
तीन लोक बस्ती में बसा ,शिव आप बसे वीराने में।

gyanendra sharma ke bhajan

भजन/Bhajan Title = तुम्हारे ,कमी नहीं खजाने में
गायक/Singer = = ज्ञानेंद्र शर्मा
Bhajan Text- भजन

Leave a Comment