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निराली श्याम की नगरी निराला श्याम मेरा भजन लिरिक्स

निराली श्याम की नगरी निराला श्याम मेरा भजन लिरिक्स
, Nirali Shyam Ki Nagri Bhajan Lyrics

निराली श्याम की नगरी भजन लिरिक्स

निराली श्याम की नगरी ,
निराला श्याम मेरा है।
उमड़ता प्यार का सागर ,
जहा मोहन का डेरा है।

जिधर भी देखता हु में ,
लगा भक्तो का मेला है।
मेरे घनश्याम के दर पर ,
लगा भक्तो का मेला है।
बड़ा दिलकश बड़ा प्यारा ,
यहाँ का हर नजारा है।
निराली श्याम की नगरी ,
निराला श्याम मेरा है। टेर।

सिमट आए सभी तीरथ ,
मेरे बाबा की नगरी में।
नजर आते है चारो धाम ही ,
खाटू की नगरी में।
शरण में आने वाले को ,
यहाँ मिलता सहारा है।
निराली श्याम की नगरी ,
निराला श्याम मेरा है। टेर।

फिजा रंगीन सी लगती ,
यहाँ रंगीन अफसाना।
दिलो की बात मत पूछो ,
यहाँ हर दिल है दीवाना।
फूजाए गा रही नगमे ,
हवाओ में तराना है।
निराली श्याम की नगरी ,
निराला श्याम मेरा है। टेर।

मिले जब श्याम के प्रेमी ,
तो यु महसूस होता है।
मिला अपनों से बढ़कर ,
बड़ा नजदीकी रिश्ता है।
मिला जो प्रेम का तोहफा ,
मुझे जीवन से प्यारा है।
निराली श्याम की नगरी ,
निराला श्याम मेरा है। टेर।

Khatu Shyam Bhajan Hindi Lyrics

Nirali Shyam Ki Nagri

nirali shyam ki nagari,
nirala shyam mera hai .
umadata pyar ka sagar,
jaha mohan ka dera hai.

jidhar bhi dekhta hu me,
laga bhakto ka mela hai.
mere ghanshyam ke dar par,
laga bhakto ka mela hai.
bada dilkash bada pyara ,
yaha ka har najara hai.
nirali shyam ki nagari,
nirala shyam mera hai .

simat aaye sabhi tirath,
mere baba hai charo dham hi,
khatu ki nagari me.
sharan me aane wale ko,
yaha milta sahara hai.
nirali shyam ki nagari,
nirala shyam mera hai .

fija rangin si lagati,
yaha rangin afsana.
dilo ki baat mat pucho,
yaha har dil hai diwana.
fujaye gaa rahi nagame,
havao me tarana hai.
nirali shyam ki nagari,
nirala shyam mera hai .

mile jab shyam ke premi,
to yu mahasus se badhkar,
bada najdiki rishta hai.
mila jo prem ka tohfa,
mujhe jivan se pyarai.
nirali shyam ki nagari,
nirala shyam mera hai .

खाटू श्याम भजन लिरिक्स इन हिंदी

निराली श्याम की नगरी

निराली श्याम की नगरी ,निराला श्याम मेरा है।
उमड़ता प्यार का सागर ,जहा मोहन का डेरा है।

जिधर भी देखता हु में ,लगा भक्तो का मेला है।
मेरे घनश्याम इ दर पर ,लगा भक्तो का मेला है।
बड़ा दिलकश बड़ा प्यारा ,यहाँ का हर नजारा है।
निराली श्याम की नगरी ,निराला श्याम मेरा है। टेर।

सिमट आए सभी तीरथ ,मेरे बाबा की नगरी में।
नजर आते है चारो धाम ही ,खाटू की नगरी में।
शरण में आने वाले को ,यहाँ मिलता सहारा है।
निराली श्याम की नगरी ,निराला श्याम मेरा है। टेर।

फिजा रंगीन सी लगती ,यहाँ रंगीन अफसाना।
दिलो की बात मत पूछो ,यहाँ हर दिल है दीवाना।
फूजाए गा रही नगमे ,हवाओ में तराना है।
निराली श्याम की नगरी ,निराला श्याम मेरा है। टेर।

मिले जब श्याम के प्रेमी ,तो यु महसूस होता है।
मिला अपनों से बढ़कर ,बड़ा नजदीकी रिश्ता है।
मिला जो प्रेम का तोहफा ,मुझे जीवन से प्यारा है।
निराली श्याम की नगरी ,निराला श्याम मेरा है। टेर।

mukesh bagda bhajan Lyrics

भजन/Bhajan Title = निराली श्याम की नगरी
गायक :-मुकेश बागड़ा
Bhajan Text- भजन लिरिक्स

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