रथड़ो धीरे धीरे हाको भजन लिरिक्स

रथड़ो धीरे धीरे हाको भजन लिरिक्स
, Rathdo Dhire Dhire Hako Bhajan lyrics

रथड़ो धीरे धीरे हाको भजन लिरिक्स

रथड़ो धीरे धीरे हाको ,
सांवरा वृन्दावन ले चाल।
वृन्दावन ले चाल सांवरा,
वृन्दावन ले चाल।

रथडो म्हारो रंग रंगीलो,
पहिया चकरी दार।
बैठण आली राधिका जी,
हांके नंद जी रो लाल।
रथड़ो धीरे धीरे हाको ,
सांवरा वृन्दावन ले चाल। टेर

चाँद सरिका चावल रांदया ,
सोना सरिकी दाल।
पुरोशन वाली राधिका ने ,
जिमे नंद जी रो लाल।
रथड़ो धीरे धीरे हाको ,
सांवरा वृन्दावन ले चाल। टेर।

वृंदावन की कुंज गलिन में,
गोप्यां रसियो श्याम
नाचन वाली राधिका ने,
देखे कृष्ण मुरार।
रथड़ो धीरे धीरे हाको ,
सांवरा वृन्दावन ले चाल। टेर।

वृंदावन के ऊंचे पहाड़ पर,
बैठ्यों कालो नाग।
राधिका के गले लिपट गयो,
देखे कृष्ण मुरार।
रथड़ो धीरे धीरे हाको ,
सांवरा वृन्दावन ले चाल। टेर।

shri krishna bhajan lyrics in hindi

Rathdo Dhire Dhire Hako

Rathdo dhire dhire hako,
sanwara vrindavan le chal.
vrindavan le chal sanwara,
vrindavan le chal.

rathdo mharo rang rangilo,
pahiya chakari dar.
baithan aali radhika ji,
hanke nand ji ro lal.
Rathdo dhire dhire hako,
sanwara vrindavan le chal.

chand sarika chaval randya,
sona sariki daal.
puroshan wali radhika ne,
jime nand ji ro lal.
Rathado dhire dhire hako,
sanwara vrindavan le chal.

vrindavan ki kunj galin me,
gopya rashiyo shyam.
nachan wali radhika ne,
dekhe krishan murar.
Rathado dhire dhire hako,
sanwara vrindavan le chal.

vrindavan ke unche pahad par,
baithyo kalo naag.
radhika ke gale lipat gayo,
dekhe krishan murar.
Rathado dhire dhire hako,
sanwara vrindavan le chal.

राधा कृष्ण भजन लिरिक्स इन हिंदी

रथड़ो धीरे धीरे हाको

रथड़ो धीरे धीरे हाको ,सांवरा वृन्दावन ले चाल।
वृन्दावन ले चाल सांवरा,वृन्दावन ले चाल।

रथडो म्हारो रंग रंगीलो,पहिया चकरी दार।
बैठण आली राधिका जी,हांके नंद जी रो लाल।
रथड़ो धीरे धीरे हाको ,सांवरा वृन्दावन ले चाल। टेर।

चाँद सरिका चावल रांदया ,सोना सरिकी दाल।
पुरोशन वाली राधिका ने ,जिमे नंद जी रो लाल।
रथड़ो धीरे धीरे हाको ,सांवरा वृन्दावन ले चाल। टेर।

वृंदावन की कुंज गलिन में,गोप्यां रसियो श्याम।
नाचन वाली राधिका ने,देखे कृष्ण मुरार।
रथड़ो धीरे धीरे हाको ,सांवरा वृन्दावन ले चाल। टेर।

वृंदावन के ऊंचे पहाड़ पर,बैठ्यों कालो नाग।
राधिका के गले लिपट गयो,देखे कृष्ण मुरार।
रथड़ो धीरे धीरे हाको ,सांवरा वृन्दावन ले चाल। टेर।

मधुबाला राव के भजन

भजन/Bhajan Title = रथड़ो धीरे धीरे हाको
गायिका :- मधुबाला राव
Bhajan Text- भजन

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