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प्रभु मुझ से पूछो मैं क्या चाहता हूँ, मैं तुझ से तुझे माँगना चाहता हूँ ।

प्रभु मुझ से पूछो मैं क्या चाहता हूँ,
मैं तुझ से तुझे माँगना चाहता हूँ ।

मुझे खाना पीना पहनना दिया है ।
बहुत घुमने को जमाना दिया है ॥
बहलने को हर इक बहाना दिया है ।
मैं अब तुझ से ही बहलना चाहता हूँ ॥

हर एक रूह में तेरा चमत्कार देखा।
बनाया हुआ तेरा संसार देखा ॥
कई जनम लेकर मैं हर बार देखा ।
मैं अब तुझ को ही देखना चाहता हूँ ॥

तुझे गणिका का कौन सा भाव भाया ।
था सदने की किस बात पर रहम आया ॥
अजामिल के तू किस इशारे पे आया ।
मैं यह राज़ अब जानना चाहता हूँ ॥

गुनाहिओ को होता है दीदार तेरा ।
फिर तो जकीनन ही नंबर है मेरा ॥
बुराईयो का है मेरे दिल में बसेरा ।

 

prbhu mujh se poochho mainkya chaahata hoon,
maintujh se tujhe maagana chaahata hoon

mujhe khaana peena pahanana diya hai
bahut ghumane ko jamaana diya hai ..
bahalane ko har ik bahaana diya hai
mainab tujh se hi bahalana chaahata hoon ..

har ek rooh me tera chamatkaar dekhaa
banaaya hua tera sansaar dekha ..
ki janam lekar mainhar baar dekhaa
mainab tujh ko hi dekhana chaahata hoon ..

tujhe ganika ka kaun sa bhaav bhaayaa
tha sadane ki kis baat par raham aaya ..
ajaamil ke too kis ishaare pe aayaa
mainyah raaz ab jaanana chaahata hoon ..

gunaahio ko hota hai deedaar teraa
phir to jakeenan hi nanbar hai mera ..
buraaeeyo ka hai mere dil me baseraa
mainhar julam ki ab saja chaahata hoon ..

prbhu mujh se poochho mainkya chaahata hoon,
maintujh se tujhe maagana chaahata hoon

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