आरती उतारव वो मोर देवी दुर्गा लिरिक्स Aarti Utaarav Lyrics
आरती उतारंव वो मोर देवी दुर्गा लिरिक्स Aarti Utaarav Lyrics, Durga Mata Bhajan by Singer – Divesh Sahu – 7415990599
आरती उतारव वो मोर देवी दुर्गा,
साँझा बिहिनिया तोरे वो मईया,
आरती उतारंव वो मोर देवी दुर्गा।
अवतर आये लीला रचाएं,
पापी मन ल नसाये वो,
देवता जानिन तोला मानिन,
आसान म बैठाये वो,
सतवंतिन दाई हे महामाई,
अरजी गुजाराव वो,
आरती उतारव वो मोर देवी दुर्गा।
अगर कपूर के घीव में सघर के,
सुघ्घर दियना जलायेव वो,
सजा के धारी पान सुपारी नरियर,
भेला मड़हायेव वो,
सुमिरव मने मन झन आये अलहन,
माथ ल नवाव वो,
आरती उतारव वो मोर देवी दुर्गा।
शरधा रखके आरती करके
रुच मुच भोग लगायेव वो,
हुम अंगियारी आरी पारी,
मातेश्री ला मनायेव वो,
होके वो प्रसन दे दे मोला दरसन,
नयना अधंरावव वो,
आरती उतारव वो मोर देवी दुर्गा।
जेहर भजथे तोला सुमर थे,
भागमनी वो जनाथे वो,
पुरखा तरथे जिनगी सवरथे,
सरग के सुख ल पाथे हो,
ढोलक नंगारा बाजे आरा पारा,
गौतम जस गावव हो,
आरती उतारव वो मोर देवी दुर्गा।