दोहा – जयती जयती मातेश्वरी
जयती जयती मातेश्वरी
सहस्त्र वरदान दो
सुख संपत्ति वरदान दो
दास जानकार मोहे।।
जननी माँ जय जग जननी माँ
जननी माँ जय जग जननी माँ ।।
प्रेम वाहिनी माँ ज्ञान वाहिनी माँ
प्रेम वाहिनी माँ ज्ञान वाहिनी माँ ।।
प्रेम वाहिनी माँ ज्ञान वाहिनी माँ
प्रेम वाहिनी माँ ज्ञान वाहिनी माँ ।।
जननी माँ जय जग जननी माँ
जननी माँ जय जग जननी माँ ।।
धर्म वाहिनी माँ ध्यान वाहिनी माँ
धर्म वाहिनी माँ ध्यान वाहिनी माँ।।
धर्म वाहिनी माँ ध्यान वाहिनी माँ
धर्म वाहिनी माँ ध्यान वाहिनी माँ।।
जननी माँ जय जग जननी माँ
जननी माँ जय जग जननी माँ।।
जननी माँ जय जग जननी माँ
जननी माँ जय जग जननी माँ।।
- अगर माँ गुफा मे समाई ना होती तो दुनिया यहा चल के आई ना होती
- माँ मुझे अपने आंचल में छुपा ले गले से लगा ले के और मेरा कोई नहीं
- मकर संक्रांति मेला भगवती जागरण
- माता रानी का ध्यान धरिये काम जब भी कोई करिए
- ऐसा प्यार बहा दे मैया चरणों से लग जाऊँ मैं
- जयकारा शेरावाली दा – बोलो सांचे दरबार की जय
- माँ ने ऐसी मेहर मुझ पर कर दी
- अरदास नेके लालो माँ करो विनती मंज़ूर मेरी
- बघवा में तू चढ़के आना कर सोला शृंगार हो
Jayti Jayati Mateshwari
Jayti Jayati Mateshwari
Sahastra Vardan To
Sukh Sampati Vardaan Do
Das Jankar Mohe
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Prem Vahini Maa Gyan Vahini Maa
Prem Vahini Maa Gyan Vahini Maa
Prem Vahini Maa Gyan Vahini Maa
Prem Vahini Maa Gyan Vahini Maa
Prem Vahini Maa Gyan Vahini Maa
Prem Vahini Maa Gyan Vahini Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Dharam Vahini Maa Dhyan Vahini Maa
Dharam Vahini Maa Dhyan Vahini Maa
Dharam Vahini Maa Dhyan Vahini Maa
Dharam Vahini Maa Dhyan Vahini Maa
Dharam Vahini Maa Dhyan Vahini Maa
Dharam Vahini Maa Dhyan Vahini Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa
Janani Maa Jai Jag Janani Maa