मैंने देखा है कितनी ही बार
भवानी मेरे संग चलती
मेरी बिगड़ी बनाई हर बार
मेरी बिगड़ी बनाई हर बार
भवानी मेरे संग चलती
मैया जी मेरे संग चलती।।
फिल्मी तर्ज भजन = गली में आज चांद निकला।
ज्योत में तू त्रिशूल में तू
मेहंदी नथली फुल में तू
ओढ़े चुनड़ी माँ सिंह पे सवार
भवानी मेरे संग चलती
मैया जी मेरे संग चलती।।
लाख मुसीबत आती है
ज्यों आती है त्यों चली जाती है
चाहे बैरी बना ये संसार
भवानी मेरे संग चलती
मैया जी मेरे संग चलती।।
रोज परीक्षायें लेती है
फेल कभी होने नही देती है
माँ ने मुझको जिताया कई बार
भवानी मेरे संग चलती
मैया जी मेरे संग चलती।।
काळजै लगा कर रखती है
‘अम्बरीष’ ये गलतियों को ढकती है
किये भग्तों पे लाखों उपकार
भवानी मेरे संग चलती
मैया जी मेरे संग चलती।।
मैंने देखा है कितनी ही बार
भवानी मेरे संग चलती
मेरी बिगड़ी बनाई हर बार
मेरी बिगड़ी बनाई हर बार
भवानी मेरे संग चलती
मैया जी मेरे संग चलती।।
- अगर माँ गुफा मे समाई ना होती तो दुनिया यहा चल के आई ना होती
- माँ मुझे अपने आंचल में छुपा ले गले से लगा ले के और मेरा कोई नहीं
- मकर संक्रांति मेला भगवती जागरण
- माता रानी का ध्यान धरिये काम जब भी कोई करिए
- ऐसा प्यार बहा दे मैया चरणों से लग जाऊँ मैं
गायक – Ambrish Kumar Mumbai
Bhajan Lyrics in Hindi with Video