महादेवी का ये दरबार
दीवाना जग को करे
आदि शक्ति का माँ अवतार
दीवाना जग को करे।।
कभी सती कभी पार्वती हो
त्रेता युग की सीता तुम्ही हो
तेरी शक्ति का तेज अपार
दीवाना जग को करे।।
कई दानव कई असुर संघारे
जिनसे देवता युद्ध में हारे
दुर्गे मैया की जय जयकार
दीवाना जग को करे।।
माँ को भजलो ‘लकी’ ‘निरंजन’
नौ दिन करलो पूजन वंदन
नवरात्री का ये त्यौहार
दीवाना जग को करे।।
महादेवी का ये दरबार
दीवाना जग को करे
आदि शक्ति का माँ अवतार
दीवाना जग को करे।।
- ऐसा प्यार बहा दे मैया चरणों से लग जाऊँ मैं
- जयकारा शेरावाली दा – बोलो सांचे दरबार की जय
- माँ ने ऐसी मेहर मुझ पर कर दी
- अरदास नेके लालो माँ करो विनती मंज़ूर मेरी
- बघवा में तू चढ़के आना कर सोला शृंगार हो
- सबसे बड़ी है सरकार दुखियो के दुख हारे भक्तो की झोली भरे
गायक – उदय लकी सोनी।
Bhajan Lyrics in Hindi with Video