लंका में काल यो आ गया,
वे सब के मन पे छा गया ऐसा यो रूप निराला रे,
राम का सेवक प्यारा से नाम से बजरंग बाला।।
इक हाथ में गधा विराजे आँखों में तूफ़ान भरा,
उठा उठा के अक्षय मारा नक्शा रह गया धरा धरा,
ऐसा मारिया पटक पटक के बयाँ खून का नाला रे,
राम का सेवक प्यारा से नाम से बजरंग बाला।।
तेजी उस में बिजली जैसे बानर कुल में जन्मा है,
जिसने भी देखा बजरंग को उस को लागे सदमा है ,
जामु माली को आते ही हवा में उस ने उछाला रे,
राम का सेवक प्यारा से नाम से बजरंग बाला।।
श्री राम के पैर पकड़ ले रावण खैर जो चावे से,
सोनू लखा जैसे गुरु मुरार के पैर दबाबे से,
राम नाम का भजन करे से मन में हॉवे उजाला,
राम का सेवक प्यारा से नाम से बजरंग बाला।।
- लंका में बजरंग दहाड़े तो लंका काप गायी
- भुलेंगे ना तेरा एहसान हनुमत राम के प्यारे
- वो तो चले हनुमान रे
- बोल मन मन जय सिया राम झूम झूम गाये जा
- इतनी दया हनुमत करना अपनी भक्ति का वर देना
- महिमा निराली देखो मेहंदीपुर दरबार की
Bhaye Sabke Man Mein Chhaya
Lanka Mein Kaal Yo Aagaya
Bhaye Sabke Man Mein Chhaya
Aesa Yo Roop Nirala Re
Ram Ka Sevak Pyara Se
Naam Se Bajrang Bala
Ek Hath Mein Gada Viraje
Aankho Mein Toofan Bhara
Utha Utha Ke Akshay Mara
Naksha Rehgaya Dhara Dhara
Aesa Mara patak Patak Ke
Baha Khoon Ka Nala Re
Ram Ka Sevak Pyara Se
Naam Hai Bajrang Bala
Teji Usme Bijali Jaisi
Vanar Kul Mein Janma Hai
Jisne Bhi Dekha Bajrang Ko
Usko Laga Sadma Hai
Jammu Maali Ko Aate Hi
Hawa Mein Usne Uchhala Re
Ram Ka Sevak Pyara Se
Naam Se Bajrang Bala
Shri Ram Ke Pair Pakadle
Rawan Khair Jo Chahave Se
Sonu Lakha Jaise Guru Murari Ke Pair Dabave Se
Ram Naam Ka Bhajan Kare Man Mein Hove Ujala
Ram Ka Sevak Pyara Se
Naam Hai Bajrang Bala