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मैं तो जाना रे जाना अपने बजरंगी के द्वार

ना देल्ही कलकत्ता जाना ना भोपाल बिहार
मैं तो जाना रे जाना अपने बजरंगी के द्वार।।

बजरंगी के द्वारे पे दुनिया जेया रही सारी
दर पे जाके जाके बाबा के सबका हो जाता उद्धार
दर पे जाना बजरंगी के द्वार।।

मेरे बजरंगी है सारे भक्तो के रखवाले
द्वारे पे जो भी आता है भारती झोली खाली
द्वारे आके द्वारे आके बाला के कोई रहता ना लचर
मैं तो जाना रे जाना अपने बजरंगी के द्वार।।

मेहंदीपुर में बालाजी का कितना पावन धाम
पहले इन्हे मनाऊ तो खुश होते है राम
सच्चे बाला सच्चे सब झूठा है संसार
मैं तो जाना रे जाना अपने बजरंगी के द्वार।।

सारे काम छोड़ दुनिया के बजरंगी दर जाना
द्वारे पे उनके मिले कोई खजाना
मैं भी पाना पाना रे बजरंगी का प्यारा।।

ना देल्ही कलकत्ता जाना ना भोपाल बिहार
मैं तो जाना रे जाना अपने बजरंगी के द्वार।।

Naa Delhi Kalkatta Jana Naa Bhopal Bihar
Main To Jana Re Jana Apne Bajrangi Ke Dwar

Bajrnagi Ke Dware Pe Duniya Jaa Rahi Saari
Dar Pe Jaake Jaake Baba Ke Sabka Ho Jata Uddhar
Dar Pe Jana Bajrangi Ke Dwar

Mere Bajrangi Hai Saare Bhakto Ke Rakhwale
Dware Pe Jo Bhi Ata Hai Bharti Jholi Khali
Dware Aake Dware Aake Bala Ke Koi Rehta Naa Lachar
Main To Jana Re Jana Apne Bajrangi Ke Dwar

Mehandipur Mein Balaji Ka Kitna Pawan Dhaam
Pahle Inhe Manau To Khush Hote Hai Ram
Sachche Bala Sachche Sab Jhootha Hai Sansaar
Main To Jana Re Jana Apne Bajrangi Ke Dwar

Saare Kaam chhod Duniya Ke Bajrangi Dar Jana
Dware Pe Unke Mile Koi Khajana
Main Bhi Pana Pana Re Bajrangi Ka Pyara

Naa Delhi Kalkatta Jana Naa Bhopal Bihar
Main To Jana Re Jana Apne Bajrangi Ke Dwar

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