दारुडिया ने अलगो बालो रे भजन लिरिक्स
दारुडिया ने अलगो बालो रे Darudiya Ne Algo Balo राजस्थानी लोक भजन लिरिक्स भजन लिरिक्स दारुढिया ने अलगो बालो ।। दारुढिया ने अलगो बालो रे,भुंडी आवे वास।भुंडी आवे वास ,ने तन रो कीनो नास।दारुढिया ने अलगो बालो रे ,भुंडी आवे वास। सगाँ संबंधी आवे ,वे बैठा – बैठा भाले।बैठा – बैठा भाले ,वे सुथा – …