गुरु जम्भेश्वर जी की आरती लिरिक्स, Guru Jambheshwar Ji Ki Aarti Lyrics aarti lyrics in hindi
गुरु जम्भेश्वर जी की आरती
आरती कीजे गुरु जम्भ जती की।
भगत उद्धारण प्राणपति की।
पहली आरती लोवट घर आये।
बिन बादल प्रभु इमिया झुराये।
दूसरी आरती पीपासर आये।
दुधे मेड़तिये ने परचो दिखाये।
तीसरी आरती समराथल आये।
फुला रे पंवार ने सूरज दिखाये।
चौथी आरती अनवी निवाए।
पहुंच लोक प्रभु पवित्र केवाए।
पाँचवी आरती उदो जन गावे।
सो ही गावे अमरा फल पावे।
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aarti lyrics in hindi
Guru Jambheshwar Ji Ki Aarti
Aarti kije guru jambh jati ki.
bhagat udhdaran pranpati ki.
pahali aarti lovat ghar aaye.
bin badal prabhu imiya jhuraye.
dusri aarti pipasar aaye.
dudhe medtiye ne parcho dikhaye.
tisari aarti samrathal aaye.
fula re panvar ne suraj dikhaye.
chothi aarti anvi nivay.
pahuch lok prabhu pavitra kevay.
panchvi aarti udo jan gave.
so hi gave amra fal pave.
राजस्थानी आरतियां लिरिक्स
Bhajan / Geet(भजन ) == गुरु जम्भेश्वर जी की आरती
Bhajan Singer/गायक =
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics