हालो दीवाना यहाँ क्यों बैठा आगे तो मौज मजा की है भजन लिरिक्स

हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा आगे तो मौज मजा की है भजन लिरिक्स
Halo Deewana Yaha Kyu Betha rajasthani nirguni bhajan

हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा

हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,
आगे तो मौज मजा की है।
साँचा गुरूजी रा साँचा रे चेला ,
झूठा ने माया खा गई है। ओ जी।

सतगुरु दाता सेण बताई ,
म्हारी सुरता सुन्दरी जागी है।
अणघड फेरा फिरवा ओ लागी ,
वाने पिछम दिशा ले भागी है। ओजी।
हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,
आगे तो मौज मजा की है। टेर। ….

लेयर पिया ने सूती सेज में ,
करवट लेकर जागी है।
ओहम सोहम दोई ढोल बजावे ,
सूरज उगण ने लागी है। ओजी।
हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,
आगे तो मौज मजा की है। टेर। ….

अष्ट द्वादश जाकर देख्या ,
अबे झिलमिल ज्योति जागी है।
त्रिवेणी री घाटी लांघता ,
सोहन शिखर गढ़ आ गई है। ओजी।
हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,
आगे तो मौज मजा की है। टेर। ….

शंकर सामी सेण बताई ,
असंख जुगा से आगी है।
रामो रे दुर्बल गुरूजी रे शरणे ,
म्हारी सूती रे नगरी जागी है। ओजी।
हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,
आगे तो मौज मजा की है। टेर। ….

rajasthani nirguni bhajan lyrics

Halo Deewana Yaha Kyu Betha

halo re diwana yaha kyu baitha,
aage to moj maja ki hai.
sancha guruji ra sancha re chela,
jhutha ne maya kha gai hai.

satguru data sen batai,
mhari surta sundari jagi hai.
anghad fera firva o lagi,
vane picham disha le bhagi hai.
halo re diwana yaha kyu baitha,
aage to moj maja ki hai.

leyar piya ne suti sej me,
karvat lekar jagi hai.
om soham doi dhol bajave,
suraj ugan ne lagi hai.
halo re diwana yaha kyu baitha,
aage to moj maja ki hai.

asth dwadash jakar dekhya,
abe jhilmil jyoti jagi hai.
triveni ri ghati langhta,
sohan shikhar gad aa gai hai.
halo re diwana yaha kyu baitha,
aage to moj maja ki hai.

shankar sami sen batai,
asankh juga se aagi hai.
ramo re durbal guruji re sharne,
mhari suti re nagari jagi hai.
halo re diwana yaha kyu baitha,
aage to moj maja ki hai.

निर्गुणी भजन लिरिक्स इन हिंदी bhajan lyrics in hindi

हालो दीवाना यहाँ क्यों बैठा

हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,आगे तो मौज मजा की है।
साँचा गुरूजी रा साँचा रे चेला ,झूठा ने माया खा गई है। ओ जी।

सतगुरु दाता सेण बताई ,म्हारी सुरता सुन्दरी जागी है।
अणघड फेरा फिरवा ओ लागी ,वाने पिछम दिशा ले भागी है। ओजी।
हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,आगे तो मौज मजा की है। टेर। ….

लेयर पिया ने सूती सेज में ,करवट लेकर जागी है।
ओहम सोहम दोई ढोल बजावे ,सूरज उगण ने लागी है। ओजी।
हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,आगे तो मौज मजा की है। टेर। ….

अष्ट द्वादश जाकर देख्या ,अबे झिलमिल ज्योति जागी है।
त्रिवेणी री घाटी लांघता ,सोहन शिखर गढ़ आ गई है। ओजी।
हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,आगे तो मौज मजा की है। टेर। ….

शंकर सामी सेण बताई ,असंख जुगा से आगी है।
रामो रे दुर्बल गुरूजी रे शरणे ,म्हारी सूती रे नगरी जागी है। ओजी।
हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा ,आगे तो मौज मजा की है। टेर। ….


suresh lohar nirguni bhajan

Bhajan / Geet(भजन ) == हालो रे दीवाना यहाँ क्यों बैठा
Bhajan Singer/गायक = सुरेश लोहार
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

Leave a Comment