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हेली म्हारी चालो गुरांसा रे देश भजन लिरिक्स

हेली म्हारी चालो गुरांसा रे देश भजन लिरिक्स
, Chalo Gurasa Re Desh Me Mhari Heli Bhajan Lyrics

चालो गुरूसा रे देश में

चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,
चरण कमल चित धार।

उलझ रही फंद रास में म्हारी हेली ,
लागे कर्मा रा जाळ।
नाम बिना छूटे नहीं म्हारी हेली ,
राखो भजन री सार।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,
चरण कमल चित धार। टेर। ….

काया कागज़ की पुतली म्हारी हेली ,
छांट लगे गल जाय।
पवन डोरा में पोय ले म्हारी हेली ,
दिन दो नाच नचाय।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,
चरण कमल चित धार। टेर। ….

अधर मेहला में खेलणो म्हारी हेली ,
अड़ा उड़द रे बिच।
पियो प्याला निज नाम का म्हारी हेली ,
कट जाए कर्मा का कीच।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,
चरण कमल चित धार। टेर। ….

अमर बिन्द को चुड़लो म्हारी हेली ,
पहरे सुहागण नार।
सतगुरु री दासी बन जाऊ म्हारी हेली ,
कर दे भव सिंधु पार।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,
चरण कमल चित धार। टेर। ….

धिन सुखराम गुरु भेटिया म्हारी हेली ,
दिनी तोय समझाय।
ईसरदास घट खोजिया म्हारी हेली ,
लिया आपा में थाय।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,
चरण कमल चित धार। टेर। ….

rajasthani heli bhajan lyrics

Chalo Gurasa Re Desh Me Mhari Heli

Chalo Gurusa re desh me mhari heli,
charan kamal chit dhar.

ulajh rahi fand ras me mhari heli,
lage karma ra jal.
nam bina chute nhi mhari heli,
rakho bhajan ri sar.
Chalo Gurusa re desh me mhari heli,
charan kamal chit dhar.

kaya kagaj ki putli mhari heli,
chhant lage gal jay.
pavan dora me poy le mhari heli,
din do nach nachay.
Chalo Gurusa re desh me mhari heli,
charan kamal chit dhar.

adhar mehla me khelno mhari heli,
ada udad re bich.
piyo pyala nij nam ka mhari heli,
kat jay karma ka kich.
Chalo Gurusa re desh me mhari heli,
charan kamal chit dhar.

amar bind ko chudlo mhari heli,
pahre suhagan nar.
satguru ri dasi ban jau mhari heli,
kar de bhav sindhu par.
Chalo Gurusa re desh me mhari heli,
charan kamal chit dhar.

dhin sukhram guru bhetiya mhari heli,
dini toy samjhay.
ishwardas ghat khojiya mhari heli,
liya aapa me thay.
Chalo Gurusa re desh me mhari heli,
charan kamal chit dhar.

हेली मारी भजन लिरिक्स

चालो गुरूसा रे देश में

चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,चरण कमल चित धार।

उलझ रही फंद रास में म्हारी हेली ,लागे कर्मा रा जाळ।
नाम बिना छूटे नहीं म्हारी हेली ,राखो भजन री सार।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,चरण कमल चित धार। टेर। ….

काया कागज़ की पुतली म्हारी हेली ,छांट लगे गल जाय।
पवन डोरा में पोय ले म्हारी हेली ,दिन दो नाच नचाय।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,चरण कमल चित धार। टेर। ….

अधर मेहला में खेलणो म्हारी हेली ,अड़ा उड़द रे बिच।
पियो प्याला निज नाम का म्हारी हेली ,कट जाए कर्मा का कीच।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,चरण कमल चित धार। टेर। ….

अमर बिन्द को चुड़लो म्हारी हेली ,पहरे सुहागण नार।
सतगुरु री दासी बन जाऊ म्हारी हेली ,कर दे भव सिंधु पार।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,चरण कमल चित धार। टेर। ….

धिन सुखराम गुरु भेटिया म्हारी हेली ,दिनी तोय समझाय।
ईसरदास घट खोजिया म्हारी हेली ,लिया आपा में थाय।
चालो गुरूसा रे देश में म्हारी हेली ,चरण कमल चित धार। टेर। ….

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संत नैनी बाई के भजन

Bhajan / Geet(भजन ) == चालो गुरूसा रे देश में
Bhajan Singer/गायिका == संत नैनी बाई
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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