मेरे मन बस गया है यो अंजनी का हनुमान
मेरे मन बस गया है यो अंजनी का हनुमान ।।
अंजनी माँ का राज दुलारा
पवन पिता का पुत्र प्यारा म्हारा से भगवान
मेरे मन बस गया है यो अंजनी का हनुमान।।
लाल लंगोटा हाथ में सोटा यो मोटा से साहूकार
मेरे मन बस गया है यो अंजनी का हनुमान ।।
मंगल का दिन शुभ का हो से मिल्या अमर वरदान
मेरे मन बस गया है यो अंजनी का हनुमान ।।
रामचन्द्र जी के तुम रखवारे जा तोड़े लंका के ताले
कहे कृष्ण चंद्रभान
मेरे मन बस गया है यो अंजनी का हनुमान ।।