आनन्द संत फकीर करे भजन लिरिक्स

आनन्द संत फकीर करे jo anand sant fakir kare, narayan swami na bhajan, hindi bhajan with lyrics

आनन्द संत फकीर करे भजन लिरिक्स

आनन्द संत फकीर करे ,
आनन्द संत फकीर करे ।

जो आनन्द संत फकीर करे ,
वो आनन्द नाँहि अमीरी में ।
आनन्द संत फकीर करे ।
सुख दुख में समता साध रहे ,
कुछ खौफ नहीं जागीरी में।

हर रंग में सेवक रूप रहे ,
अमरित जल का ज्यूं कूप रहे ।
सत करम करे और चूप रहे ,
भले छाँव मिले या धूप रहे ।
निष्द्रोही बने जग में विचरे ,
रहे वे धीर गम्भीरी में ।
जो आनन्द संत ।

जग तारण कारण देह धरे ,
संत सेवा करे जग पाप हरे ।
जिज्ञासु के घट में ज्ञान भरे ,
सत वाणी सदा मुख से उचरे ।
षड् रिपु को वश कर रंग में रमे ,
रहे वे सदा शूर वीरी में ।
जो आनन्द संत ।

सत बोध जगत में आय कहे ,
सत मारग को दिखलाय कहे ।
गुरु ज्ञान से पद ये गाय कहे ,
सत्तार शब्द समझाय कहे ।
मरजीवा बने सो मौज करे ,
रहे वे अलमस्त फकीरी में ।
जो आनन्द संत ।

hindi bhajan with lyrics In English

jo anand sant fakir kare BHAJAN LYRICS

aanand sant phakeer kare ,
aanand sant phakeer kare .

jo aanand sant phakeer kare ,
vo aanand naanhi ameeree mein .
aanand sant phakeer kare .
sukh dukh mein samata saadh rahe ,
kuchh khauph nahin jaageeree mein.

har rang mein sevak roop rahe ,
amarit jal ka jyoon koop rahe .
sat karam kare aur choop rahe ,
bhale chhaanv mile ya dhoop rahe .
nishdrohee bane jag mein vichare ,
rahe ve dheer gambheeree mein .
jo aanand sant .

jag taaran kaaran deh dhare ,
sant seva kare jag paap hare .
jigyaasu ke ghat mein gyaan bhare ,
sat vaanee sada mukh se uchare .
shad ripu ko vash kar rang mein rame ,
rahe ve sada shoor veeree mein .
jo aanand sant .

sat bodh jagat mein aay kahe ,
sat maarag ko dikhalaay kahe .
guru gyaan se pad ye gaay kahe ,
sattaar shabd samajhaay kahe .
marajeeva bane so mauj kare ,
rahe ve alamast phakeeree mein .
jo aanand sant .

hindi bhajan with lyrics in Hindi

आनन्द संत फकीर करे भजन लिरिक्स

आनन्द संत फकीर करे , आनन्द संत फकीर करे ।

जो आनन्द संत फकीर करे , वो आनन्द नाँहि अमीरी में ।
आनन्द संत फकीर करे ।
सुख दुख में समता साध रहे , कुछ खौफ नहीं जागीरी में।

हर रंग में सेवक रूप रहे , अमरित जल का ज्यूं कूप रहे ।
सत करम करे और चूप रहे , भले छाँव मिले या धूप रहे ।
निष्द्रोही बने जग में विचरे , रहे वे धीर गम्भीरी में ।
जो आनन्द संत ।

जग तारण कारण देह धरे , संत सेवा करे जग पाप हरे ।
जिज्ञासु के घट में ज्ञान भरे , सत वाणी सदा मुख से उचरे ।
षड् रिपु को वश कर रंग में रमे , रहे वे सदा शूर वीरी में ।
जो आनन्द संत ।

सत बोध जगत में आय कहे , सत मारग को दिखलाय कहे ।
गुरु ज्ञान से पद ये गाय कहे , सत्तार शब्द समझाय कहे ।
मरजीवा बने सो मौज करे , रहे वे अलमस्त फकीरी में ।
जो आनन्द संत ।

narayan swami na bhajan Video

भजन/Bhajan Title = आनन्द संत फकीर करे
गायक/Singer = = नारायण स्वामी
Bhajan Text- भजन

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