।। दोहा ।।
कबीरा खड़ा बाजार में , सबकी मांगे खेर।
ना कहु से दोस्ती ,और ना कहु से बेर।
मन लागो मेरो यार फ़कीरी में।
जो सुख पाऊँ राम भजन में ,
सो सुख नाहिं अमीरी में।
मन लागो मेरो यार फ़कीरी में।
भला बुरा सब की सुन लीजे ,
कर गुजरान गरीबी में।
मन लागो मेरो यार फ़कीरी में।
आखिर यह तन छार मिलेगा ,
कहाँ फिरत मग़रूरी में।
मन लागो मेरो यार फ़कीरी में।
प्रेम नगर में रहनी हमारी ,
साहिब मिले सबूरी में।
मन लागो मेरो यार फ़कीरी में।
कहत कबीर सुनो भयी साधो ,
साहिब मिले सबूरी में।
मन लागो मेरो यार फ़कीरी में।
osman mir ke bhajan video
मन लागो मेरो यार फकीरी में भजन लिरिक्स man lago mero yaar fakiri mein jog fakiri bhajan lyrics in hindi
भजन :- मन लागो मेरो यार फकीरी में
गायक :- उस्मान मीर