अपने माँ बाप का दिल ना दुखा कव्वाली लिरिक्स

अपने माँ बाप का दिल ना दुखा कव्वाली लिरिक्स apne maa baap ka dil na dukha hindi qawwali lyrics

अपने माँ बाप का दिल ना दुखा भजन लिरिक्स

अपनी जन्नत को खुदा के लिए ,
दोजख न बना।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा।
मेरे मालिक मेरे आका ,
मेरे मोला ने कहा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा।

बाप के प्यार से अच्छी ,
कोई दौलत क्या है।
माँ का आँचल जो सलामत है ,
तो जन्नत क्या है।
ये है राजी तो नबी राजी है ,
राजी है खुदा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर
..

इनकी ममता ने बहरहाल ,
संभाला तुझको।
किस कदर प्यार से ,
माँ बाप ने पाला तुझको।
रहमत ए मोला से ,
कुछ कम नहीं साया इनका।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

जब भी देखा तुझे ,
प्यार से देखा माँ ने।
खून ए दिल दूध की सूरत में ,
पिलाया माँ ने।
तूने इस प्यार के बदले में ,
उसे कुछ न दिया।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

हर मुसीबत से बचाया ,
ये करम है के नहीं।
बोलना तुझको सिखाया ,
ये करम है के नहीं।
कैसे पाला तुझे माँ बाप ने ,
क्या तुझको पता।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

तुझको इंसान बनाया ,
तुझे तालीम भी दी।
कभी देखी ही नहीं ,
इनकी मोहब्बत में कमी।
क्या दिया तूने मगर ,
इनकी मोहब्बत का सीला।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

इनकी चाहत की बदौलत ,
है कहानी तेरी।
इनकी क़ुरबानी का सद्का ,
है जवानी तेरी।
अपनी आवाज को नादान तू ,
पत्थर न बना।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

देखकर तेरी जवानी को ,
ये मसरूर हुए।
जो किए फैसले तूने ,
इन्हे मंजूर हुए।
तेरी हर बात पे माँ बाप ने ,
लपेट कहा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

तेरे माँ बाप ने शादी भी ,
रचाई तेरी।
किस कदर धूम से बारात ,
सजाई तेरी।
तू मगर इनके ख़यालात से ,
बेगाना रहा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

बीबी केआते ही चलने लगी ,
नफ़रत की हवा।
तुझको बर्बाद न कर दे ये ,
अदावत की हवा।
यु गुनहगार न बन ,
खुद को गुनाहो से बचा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

बूढ़े माँ बाप को जो ,
घर से निकाला तूने।
कर लिया अपने मुक्कदर ,
को भी काला तूने।
बाज आवर न खुदा भी ,
न तुझे बकसेगा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

जिसने की तुझसे वफ़ा ,
उसको सताने वाले।
कल तेरे नाम पर थूकेंगे ,
ज़माने वाले।
तुझसे नाराज नबी है तो ,
खुदा भी है खफा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

तेरे माँ बाप ने किस प्यार से ,
पाला तुझको।
खुद रहे भूखे ,
दिया मुँह का निवाला तुझको।
इनकी मुठ्ठी में है नादान ,
मुकद्दर तेरा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,
दिल न दुखा। टेर।
..

कव्वाली हिंदी लिरिक्स

अपने माँ बाप का दिल ना दुखा

अपनी जन्नत को खुदा के लिए ,दोजख न बना।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा।
मेरे मालिक मेरे आका ,मेरे मोला ने कहा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा।

बाप के प्यार से अच्छी ,कोई दौलत क्या है।
माँ का आँचल जो सलामत है ,तो जन्नत क्या है।
ये है राजी तो नबी राजी है ,राजी है खुदा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
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इनकी ममता ने बहरहाल ,संभाला तुझको।
किस कदर प्यार से ,माँ बाप ने पाला तुझको।
रहमत ए मोला से ,कुछ कम नहीं साया इनका।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
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जब भी देखा तुझे ,प्यार से देखा माँ ने।
खून ए दिल दूध की सूरत में ,पिलाया माँ ने।
तूने इस प्यार के बदले में ,उसे कुछ न दिया।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
..

हर मुसीबत से बचाया ,ये करम है के नहीं।
बोलना तुझको सिखाया ,ये करम है के नहीं।
कैसे पाला तुझे माँ बाप ने ,क्या तुझको पता।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
..

तुझको इंसान बनाया ,तुझे तालीम भी दी।
कभी देखी ही नहीं ,इनकी मोहब्बत में कमी।
क्या दिया तूने मगर ,इनकी मोहब्बत का सीला।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
..

इनकी चाहत की बदौलत ,है कहानी तेरी।
इनकी क़ुरबानी का सद्का ,है जवानी तेरी।
अपनी आवाज को नादान तू ,पत्थर न बना।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
..

देखकर तेरी जवानी को ,ये मसरूर हुए।
जो किए फैसले तूने ,इन्हे मंजूर हुए।
तेरी हर बात पे माँ बाप ने ,लपेट कहा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
..

तेरे माँ बाप ने शादी भी ,रचाई तेरी।
किस कदर धूम से बारात ,सजाई तेरी।
तू मगर इनके ख़यालात से ,बेगाना रहा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
..

बीबी केआते ही चलने लगी ,नफ़रत की हवा।
तुझको बर्बाद न कर दे ये ,अदावत की हवा।
यु गुनहगार न बन ,खुद को गुनाहो से बचा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
..

बूढ़े माँ बाप को जो ,घर से निकाला तूने।
कर लिया अपने मुक्कदर ,को भी काला तूने।
बाज आवर न खुदा भी ,न तुझे बकसेगा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
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जिसने की तुझसे वफ़ा ,उसको सताने वाले।
कल तेरे नाम पर थूकेंगे ,ज़माने वाले।
तुझसे नाराज नबी है तो ,खुदा भी है खफा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
..

तेरे माँ बाप ने किस प्यार से ,पाला तुझको।
खुद रहे भूखे ,दिया मुँह का निवाला तुझको।
इनकी मुठ्ठी में है नादान ,मुकद्दर तेरा।
अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा ,दिल न दुखा। टेर।
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rais anis sabri qawwali

कव्वाली :- अपने माँ बाप का दिल ना दुखा
गायक/Singer = = रईस अनीस साबरी
Bhajan Text- भजन

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