निर्धन के घर दरवाजे सदा खुले खाटू वाले भजन लिरिक्स
निर्धन के घर दरवाजे सदा खुले खाटू वाले भजन लिरिक्स, Nirdhan Ke Ghar Darwaje Hai Bhajan Lyrics
निर्धन के घर दरवाजे है ,
सदा खुले खाटू वाले।
फुर्सत में आओ श्याम धनी ,
तेरी बाट निहारे हम सारे।
हम रोज निहारे बाट तेरी ,
मेरे श्याम प्रभु घर आएंगे।
फूलो की वर्षा कर ना सकू ,
पर राहो में खुद बिछ जायेंगे।
आंसू के मोती चुन बाबा ,
चरणों में डाले हम सारे।
निर्धन के घर दरवाजे है ,
सदा खुले खाटू वाले। टेर। ….
नहीं पास मेरे चांदी का छत्तर ,
नहीं तेल है ज्योत जगाने को।
भजनो से में श्रृंगार करू ,
आंसू है ज्योत जगाने को।
जो रुखा सूखा है घर में ,
तुझको हम अर्पण आज करे।
निर्धन के घर दरवाजे है ,
सदा खुले खाटू वाले। टेर। ….
तेरे दर्शन की बाबा आस लिए ,
फिरता हु में मारा मारा।
में पापी सेवक तेरा हु ,
एक बार तो मान बढ़ा मेरा।
ये श्याम की नैया है भक्तो ,
अब तुझे पुकारे हम सारे।
निर्धन के घर दरवाजे है ,
सदा खुले खाटू वाले। टेर। ….
- रंग दे चुनरिया श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया
- हरी नाम का प्याला और हरे कृष्ण की हाला
- गायत्री मंत्र लिरिक्स – Gayatri Mantra Lyrics
- महामंत्र हरे राम हरे रामा रामा राम हरे हरे
- जय हो गौरी लाल तुम्हारी प्रथम पूजा दुनिया सारी रिद्धि सिद्धि के साथ
- तेरी जय हो गणेश अपने भक्तो पे आने ना देता कोई भी कष्ट कलेश
- किस्मत वालों को है मिलता है गणपति का साथ
Khatu Shyam Hindi Bhajan Lyrics nirdhan ke ghar darwaje hai,
sada khule khatu wale.
fursat me aao shyam dhani,
teri baat nihare ham saare.
ham roj nihare bat teri,
mere shyam prabhu ghar aayenge.
fulo ki varsha kar na saku,
par raho me khud bich jayenge.
aansu ke moti chun baba,
charano me dale ham sare.
nirdhan ke ghar darwaje hai,
sada khule khatu wale.
nahi paas mere chandi ka chattar,
nhi tel hai jyot jagane ko.
bhajno se me shringar karu,
aansu hai jyot jagane ko.
jo rukha sukha hai ghar me,
tujhko ham arpan aaj kare.
nirdhan ke ghar darwaje hai,
sada khule khatu wale.
tere darshan ki baba aas liye,
firta hu me mara mara.
me papi sevak tera hu,
ek baar to maan badha mera.
ye shyam ki naiya hai bhakto,
ab tujhe pukare ham sare.
nirdhan ke ghar darwaje hai,
sada khule khatu wale.
खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स
ये श्याम की नैया है भक्तो ,अब तुझे पुकारे हम सारे।
निर्धन के घर दरवाजे है ,सदा खुले खाटू वाले। टेर। ….
भजन :- निर्धन के घर दरवाजे है