।। दोहा ।।
जो में एड़ो जानती के, प्रीत किया दुःख होय।
नजर ढिंढोरा पीटती, प्रीत न करियो कोय।
आयो बाबो नरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे।
भात कुण भरसी रे ,
मायरो कुण भरसी रे।
टूटी फूटी गाड़ी लायो ,
ढोलक मंजीरा संग में लायो।
तन्दुरा बजाय आयो रे ,
के भात कुण भरसी रे।
आयो बाबो नरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे। टेर।
मोटा मोटा तिलक वालो ,
मोटी मोटी दाढ़ी वालो।
छोरा छोरी डरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे।
आयो बाबो नरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे। टेर।
तिलक छापा करने आयो ,
मोटा मोटा तुम्बा लायो।
नैनी लाजो मरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे।
आयो बाबो नरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे। टेर।
जवा माचर खावे घनेरा ,
वठे नरसी रा डेरा दीना।
सिया मरतो मरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे।
आयो बाबो नरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे। टेर।
राधा रूकमण संग में लायो ,
नैनी बाई रो मायरो भरियो।
रुपिया रोकड़ भरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे।
आयो बाबो नरसी रे ,
के भात कुण भरसी रे। टेर।
moinuddin manchala bhajan
आयो बाबो नरसी रे के भात कुण भरसी हिन्दी लिरिक्स aayo babo narsi re narsi bhagat ke bhajan hindi lyrics
नरसी भगत के भजन
भजन :- आयो बाबो नरसी रे
गायक :- मोइनुद्दीन मनचला