।। दोहा ।।
वृन्दावन सो वन नहीं, नन्द गांव सो गांव।
राधा सी रानी नहीं, कृष्ण श्याम सो नाम।
कन्हैया हिण्डो घाल्यो रे ,
हरिये बाग़ में ,बाग में।
आई आई रे सावणिया री तीज ,
कन्हैया हिण्डो घाल्यो रे ,
हरिये बाग़ में।
कन्हैया सावण सुरंगो,
प्यारो मास रे , मास रे।
चमके चमके रे आभा में प्यारी बीज ,
कन्हैया सावण सुरंगो ,
प्यारो मास रे।
कन्हैया हिण्डो घाल्यो रे ,
हरिये बाग़ में ,बाग में। टेर।
कन्हैया रिमझिम बरसे रे ,
रूड़ो मेवड़ो ,मेवड़ो।
म्हारी तारा छाई चुनर जावे भीग ,
कन्हैया रिमझिम बरसे रे ,
रूड़ो मेवड़ो।
कन्हैया हिण्डो घाल्यो रे ,
हरिये बाग़ में ,बाग में। टेर।
कन्हैया संग री सहेल्या ,
जोवे बाटडी ,बाटडी।
महासू सासु और जेठाण्या जावे खीझ ,
कन्हैया संग री सहेल्या ,
जोवे बाटडी।
कन्हैया हिण्डो घाल्यो रे ,
हरिये बाग़ में ,बाग में। टेर।
कन्हैया राधा दीवानी ,
थारे नाम री ,नाम री।
म्हारी कंचन जेडी काया जावे रीझ ,
कन्हैया राधा दीवानी ,
थारे नाम री।
कन्हैया हिण्डो घाल्यो रे ,
हरिये बाग़ में ,बाग में। टेर।
कन्हैया प्रेम माली री ,
आ है विनती ,विनती।
थे तो बादिला भगता पर जावो रीझ ,
कन्हैया प्रेम माली री ,
सुणजो विनती।
कन्हैया हिण्डो घाल्यो रे ,
हरिये बाग़ में ,बाग में। टेर।
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कन्हैया हिंडो गाल्यो रे हरिये बाग भजन लिरिक्स kanhaiya hindo ghalyo re rajasthani krishna bhajan hindi lyrics
कृष्ण कन्हैया के भजन लिरिक्स
भजन :- कन्हैया हिण्डो घाल्यो रे
गायक :- प्रकाश माली