गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो भजन लिरिक्स

गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो भजन लिरिक्स
, Guraji Mhane Simran Bhed Batayo Satguru Mahima Nirguni Bhajan Lyrics

सिमरण भेद बतायो

दुखी जाण दया करी दाता ,
सोहं शब्द सुनायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो।

प्रथम रमज समझ सतगुरु से ,
आसान पदम जमायो।
हंग को काट स्वां से अजपो ,
स्वासो स्वास समायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

ईडा चंद्र नाभी पर सुरती ,
रेचक उलटो चलायो।
पिंगला सूरज उड़द भर पूरक ,
कुम्भक ले ठहरायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

जागी जोत भया प्रकाशा ,
सुखमण ध्यान लगायो।
चित्रा बजरा हिता होय ,
भेली मिलकर मंगल गायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

झालर शंख मजीरा बाजे ,
मनवे सुण सुख पायो।
आसण अधर सधर पीव मिलिया ,
देह को भाण भुलायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

पड़ी चार यार ता ऊपर ,
निर्भय नगर बसायो।
सीमा पार सुधारस भरिया ,
नित प्रति वहा नहायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

प्रतापराम दिनी गुरु साजी ,
सारो भरम बिलायो।
परमानन्द अगम की महिमा ,
ज्यू गूंगे गुड़ खायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

Satguru Mahima Nirguni Bhajan Lyrics

Guraji Mhane Simran Bhed Batayo

dukhi jan daya kari data,
soh shabad sunayo.
guraji mane simaran bhed batayo.

pratham ramaj samjh satguru se,
aasan padam jamayo.
hang ko kat swa se ajpo,
swaso swas samayo.
guraji mane simaran bhed batayo.

eda chandra nabhi par surati,
rechak ulto chalayo.
pingla suraj udad bhar purak,
kumbhak le thaharayo.
guraji mane simaran bhed batayo.

jagi jot bhaya prakasha,
sukhman dhyan lagayo.
chitra bajra hita hoy,
bheli milkar mangal gayo.
guraji mane simaran bhed batayo.

jhalar shankh majira baje,
manve sun sukh payo.
aasan adhar sadhar piv miliya.
deh ko bhan bhulayo.
guraji mane simaran bhed batayo.

padi char yaar ta upar,
nirbhay nagar basayo.
seema par sudharas bhariya,
nit prati vaha nahayo.
guraji mane simaran bhed batayo.

pratapram dini guru saji,
saro bharam bilayo.
paramanand agam ki mahima,
jyu gunge gud khayo.
guraji mane simaran bhed batayo.

सतगुरु महिमा निर्गुणी भजन लिरिक्स

गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो

दुखी जाण दया करी दाता ,सोहं शब्द सुनायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो।

प्रथम रमज समझ सतगुरु से ,आसान पदम जमायो।
हंग को काट स्वां से अजपो ,स्वासो स्वास समायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

ईडा चंद्र नाभी पर सुरती ,रेचक उलटो चलायो।
पिंगला सूरज उड़द भर पूरक ,कुम्भक ले ठहरायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

जगी जोत भया प्रकाशा ,सुखमण ध्यान लगायो।
चित्रा बजरा हिता होय ,भेली मिलकर मंगल गायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

झालर शंख मजीरा बाजे ,मनवे सुण सुख पायो।
आसण अधर सधर पीव मिलिया ,देह को भाण भुलायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

पड़ी चार यार ता ऊपर ,निर्भय नगर बसायो।
सीमा पार सुधारस भरिया ,नित प्रति वहा नहायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

प्रतापराम दिनी गुरु साजी ,सारो भरम बिलायो।
परमानन्द अगम की महिमा ,ज्यू गूंगे गुड़ खायो।
गुराजी म्हाने सिमरण भेद बतायो। टेर। ..

Bhajan / Geet(भजन ) == सिमरण भेद बतायो
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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