रूपालो मंदिर थारो सोवणो रे भजन लिरिक्स

।। दोहा ।।
रामा सामा आवजो ,कळजुग बहुत करूर।
अरज करू अजमाल रा ,थे साम्भलजो जरूर।

रूपालो मंदिर थारो सोवणो रे।
थाने धोखवा ने आवे नर नार ,
रुनिचे वाला ,म्हारा निकलक राजा ,
रुनिचे वाला , शरणे थारे आया रे।

राम सरोवर सोवणो रे।
पाल माथे उभा बाबा रामदेव रे ,
रुनिचे वाला ,म्हारा निकलक राजा ,
रुनिचे वाला , शरणे थारे आया रे। टेर।

लिलो लिलो घोड़ो थारो सोवणो रे।
मोतिया सु जड़ी रे लगाम रे ,
रुनिचे वाला ,म्हारा निकलक राजा ,
रुनिचे वाला , शरणे थारे आया रे। टेर।

धजा फरुके थारे देवरे रे।
या तो लहर लहर लहरावे रे ,
रुनिचे वाला ,म्हारा निकलक राजा ,
रुनिचे वाला , शरणे थारे आया रे। टेर।

दूर देशा रा आवे जातरी रे।
बाबो पुरे मनड़ा री आस रे ,
रुनिचे वाला ,म्हारा निकलक राजा ,
रुनिचे वाला , शरणे थारे आया रे। टेर।

मेवा मिठाई चढ़े चूरमो रे।
थारे चढ़े चढ़े लीलड़ीया नारेल रे ,
रुनिचे वाला ,म्हारा निकलक राजा ,
रुनिचे वाला , शरणे थारे आया रे। टेर।

माली प्रेम री विणती रे।
म्हाने जुग जुग चरणों में राख रे ,
रुनिचे वाला ,म्हारा निकलक राजा ,
रुनिचे वाला , शरणे थारे आया रे। टेर।

prakash mali ke ramdev ji ke bhajan

रूपालो मंदिर थारो सोवणो रे भजन लिरिक्स rupalo mandir tharo sovno re baba ramdev ji desi bhajan lyrics
रामदेव जी के भजन लिखे हुए
भजन :- रूपालो मंदिर थारो सोवणो रे
गायक :- प्रकाश माली

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