होशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा भजन लिरिक्स

होशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा भजन लिरिक्स
, hoshiyar rehna re nagar mein chor aavega nirguni bhajan lyrics in hindi

नगर में चोर आवेगा

होशियार रहना रे ,
नगर में चोर आवेगा।
जाग्रत रहना रे ,
नगर में चोर आवेगा।
चोर आवेगा नगर में ,
एक दिन काल आवेगा
होशियार रहना रे ,
नगर में चोर आवेगा।

तीर तोप तलवार ना बरछी ,
न बंदुक चलावेगा।
आवत जावत कहू ना दिखे ,
घर में राड़ मचावेगा।
होशियार रहना रे ,
नगर में चोर आवेगा। टेर

ना गढ़ तोड़े ना गढ़ फोड़े ,
ना कोई रूप दिखावेगा।
इस नगरी से कोई काम नहीं है ,
तुझे पकड़ ले जावेगा।
होशियार रहना रे ,
नगर में चोर आवेगा। टेर।

भाई बंधू और कुटम्ब कबीला ,
कोई काम नहीं आएगा।
ढूंढे पता मिले नहीं तेरा ,
खोजी खोज नहीं पायेगा।
होशियार रहना रे ,
नगर में चोर आवेगा। टेर।

धन दोलत और माल खजाना ,
सभी त्याग तू जाएगा।
हे कबीर सुनो भाई साधो,
तू खोल किवाड़ी जाएगा।
होशियार रहना रे ,
नगर में चोर आवेगा। टेर।

मुट्ठी बाँध के आया रे पगले ,
हाथ पसारे जाएगा।
कहे कबीर सुने भाई साधो ,
करनी का फल पायेगा।
होशियार रहना रे ,
नगर में चोर आवेगा। टेर।


nirguni bhajan lyrics in hindi

hoshiyar rehna re nagar mein chor aavega

hoshiyar rehna re,
nagar me chor aavega.
jagrat rahna re,
nagar me chor aavega.
chor aavega nagar me,
ek din kal aavega.
hoshiyar rehna re,
nagar me chor aavega.

teer top talwar na barchi,
ne banduk chalavega.
aavat javat kahu na dikhe,
ghar me rad machavega.
hoshiyar rehna re,
nagar me chor aavega.

na gadh tode na gadh fode,
na koi rup dikhavega.
es nagari se koi kaam nhi hai,
tujhe pakad le javega.
hoshiyar rehna re,
nagar me chor aavega.

bhai bandhu or kutamb kabila,
koi kaam nhi aayega.
dhundh pata mile nhi tera,
khoji khoj nhi payega.
hoshiyar rehna re,
nagar me chor aavega.

dhan dolat or mal khajana,
sabhi tyag tu jayega.
kahe kabir suno bhai sadho,
tu khol kiwadi jayega.
hoshiyar rehna re,
nagar me chor aavega.

muthi bandh ke aaya re pagle,
hath pasre jayega.
kahe kabir sune bhai sadho,
karni ka fal payega.
hoshiyar rehna re,
nagar me chor aavega.

चेतावनी भजन लिरिक्स इन हिंदी bhajan lyrics in hindi

होशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा

होशियार रहना रे ,नगर में चोर आवेगा।
जाग्रत रहणा रे ,नगर में चोर आवेगा।
चोर आवेगा नगर में ,एक दिन काल आवेगा
होशियार रहना रे ,नगर में चोर आवेगा।

तीर तोप तलवार ना बरछी ,न बंदुक चलावेगा।
आवत जावत कहू ना दिखे ,घर में राड़ मचावेगा।
होशियार रहना रे ,नगर में चोर आवेगा। टेर।

ना गढ़ तोड़े ना गढ़ फोड़े ,ना कोई रूप दिखावेगा।
इस नगरी से कोई काम नहीं है ,तुझे पकड़ ले जावेगा।
होशियार रहना रे ,नगर में चोर आवेगा। टेर।

भाई बंधू और कुटम्ब कबीला ,कोई काम नहीं आएगा।
ढूंढे पता मिले नहीं तेरा ,खोजी खोज नहीं पायेगा।
होशियार रहना रे ,नगर में चोर आवेगा। टेर।

धन दोलत और माल खजाना ,सभी त्याग तू जाएगा।
कहे कबीर सुनो भाई साधो, तू खोल किवाड़ी जाएगा।
होशियार रहना रे ,नगर में चोर आवेगा। टेर।

मुट्ठी बाँध के आया रे पगले ,हाथ पसारे जाएगा।
कहे कबीर सुने भाई साधो ,करनी का फल पायेगा।
होशियार रहना रे ,नगर में चोर आवेगा। टेर।


prahlad tipaniya ke bhajan

Bhajan / Geet(भजन ) == नगर में चोर आवेगा
Bhajan Singer/गायक = प्रहलाद टिपानिया
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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