किसी का मत करियो अपमान वक्त की हवा निराली है भजन लिरिक्स

किसी का मत करियो अपमान वक्त की हवा निराली है भजन लिरिक्स
, kisi ka mat kariyo apman Bhajan Lyrics

वक्त की हवा निराली है

किसी का मत करियो अपमान,
वक्त की हवा निराली है।
वक्त की हवा निराली है,
वक्त की हवा निराली है।
किसी का मत कारियों अपमान,
वक्त की हवा निराली है।

उठा के लाया सीता राणी ,
अपने पैर पे कुल्हाड़ी मारी।
मिट्या रावण का नाम-निशान,
घमंड की मार निराली है।
किसी का मत कारियों अपमान,
वक्त की हवा निराली है। टेर। …

कंस भूल गया सब मर्यादा,
पाप कमाये हद से ज्यादा।
विधि का पूरा होया विधान,
सभी का राम रूखाली है।
किसी का मत कारियों अपमान,
वक्त की हवा निराली है। टेर। …

हो सै ढलती फिरती छाया,
बखत बता कद काबू आया।
हारे योद्धा वीर महान ,
या दुनिया देखी भाली है।
किसी का मत कारियों अपमान,
वक्त की हवा निराली है। टेर। …

ओम गुरु कहैं रह कायदे मैं,
रहज्यागा रामधन फायदे मैं।
जग मैं कोण ऐसा बलवान,
बखत की जिसनै टाली है।
किसी का मत कारियों अपमान,
वक्त की हवा निराली है। टेर। …

Rajasthani Chetawani Bhajan Lyrics

kisi ka mat kariyo apman

kisi ka mat kariyo apman,
vakt ki hava nirali hai.
vakt ki hava nirali hai,
vakt ki hava nirali hai.
kisi ka mat kariyo apman,
vakt ki hava nirali hai.

Utha ke laya seeta rani,
apne per pe kulhadi mari.
mitya ravan ka nam nishan,
ghamand ki mar nirali hai.
kisi ka mat kariyo apman,
vakt ki hava nirali hai.

kans bhul gaya sab maryada,
pap kamaye had se jyada.
vidhi ka pura goya vidhan,
sabhi ka ram rukhali hai.
kisi ka mat kariyo apman,
vakt ki hava nirali hai.

ho se dhalati firti chaya,
bakhat bata kad kabu aya.
hare yodhdha veer mahan,
ya duniya dekhi bhali hai.
kisi ka mat kariyo apmaan,
vakt ki hava nirali hai.

om guru kahe rah kayde me,
rah jyaga ramdhan fayde me.
jag me kon aisa balvan,
bakhat ki jisne tali hai.
kisi ka mat kariyo apmaan,
vakt ki hava nirali hai.

मारवाड़ी चेतावनी भजन लिरिक्स

किसी का मत करियो अपमान

किसी का मत करियो अपमान, वक्त की हवा निराली है।
वक्त की हवा निराली है, वक्त की हवा निराली है।
किसी का मत कारियों अपमान, वक्त की हवा निराली है।

उठा के लाया सीता राणी ,अपने पैर पे कुल्हाड़ी मारी।
मिट्या रावण का नाम-निशान,घमंड की मार निराली है।
किसी का मत कारियों अपमान,वक्त की हवा निराली है। टेर। …

कंस भूल गया सब मर्यादा,पाप कमाये हद से ज्यादा।
विधि का पूरा होया विधान,सभी का राम रूखाली है।
किसी का मत कारियों अपमान,वक्त की हवा निराली है। टेर। …

हो सै ढलती फिरती छाया,बखत बता कद काबू आया।
हारे योद्धा वीर महान ,या दुनिया देखी भाली है।
किसी का मत कारियों अपमान,वक्त की हवा निराली है। टेर। …

ओम गुरु कहैं रह कायदे मैं,रहज्यागा रामधन फायदे मैं।
जग मैं कोण ऐसा बलवान,बखत की जिसनै टाली है।
किसी का मत कारियों अपमान,वक्त की हवा निराली है। टेर। …

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Bhajan / Geet(भजन ) == किसी का मत करियो अपमान
Bhajan Singer/गायक = अनिल नागौरी
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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