रिमझिम रिमझिम करती मारी मात भवानी आवे रे भजन लिरिक्स

रिमझिम रिमझिम करती मारी मात भवानी आवे रे भजन Rimjhim Rimjhim Karti Mhari Mat bhawani Aave mata rani bhajan lyrics

रिमझिम रिमझिम करती म्हारी

रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,
मात भवानी आवे रे।
आगे आगे भेरुजी ए ,
घुंघरिया घमकावे है।
रिमझिम रिमझिम करती ओ म्हारी।

जगमग हार गले में चमके ,
कुण्डल कानो माये जी।
लाल रूप माथे पर बिंदिया ,
शोभा वरणी न जाये जी।
रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,
मात भवानी आवे रे। टेर

छम छम पग में पायल बाजे ,
बिछिया री छवि न्यारी ओ।
तारा जड़िया चुनड़ी में ,
शोभा लागे प्यारी ओ।
रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,
मात भवानी आवे रे। टेर।

त्रिशूल माता रे हाथ में सोवे ,
नथणी नाक रे माहि ओ।
जगमग जोता जागे हो माता ,
मोहनी रूप धराई ओ।
रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,
मात भवानी आवे रे। टेर।

सिंह चढ़े ने आवो भवानी ,
भक्त मंडल गावे है।
अब तो म्हाने दर्शन देवो ,
भक्त घणा सुख पावे है।
रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,
मात भवानी आवे रे। टेर।

mata rani bhajan lyrics in hindi

Rimjhim Rimjhim Karti Mhari

rimjhim rimjhim karti mhari,
mat bhavani aave re.
aage aage bheruji e,
ghunghariya ghamkave hai.
rimjhim rimjhim karti o mhari.

jagmag har gale me chamke,
kundal kano maye ji.
lal rup mathe par bindiya,
shibha varni n jaye ji.
rimjhim rimjhim karti mhari,
mat bhavani aave re.

chham chham pag me payal baje,
bichiya ri chavi nyari o.
tara jadiya chundi me,
sobha lage pyari o.
rimjhim rimjhim karti mhari,
mat bhavani aave re.

trishul mata re hath me sove,
nathani nak re mahi o.
jagmag jota jage ho mata,
mohani rup dharai o.
rimjhim rimjhim karti mhari,
mat bhavani aave re.

singh chade ne aavo bhavani,
bhakt mandal gave hai.
ab to mhane darshan devo,
bhakt ghana sukh pave hai.
rimjhim rimjhim karti mhari,
mat bhavani aave re.

माता रानी भजन लिरिक्स इन हिंदी bhajan lyrics in hindi

रिमझिम रिमझिम करती मारी

रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,मात भवानी आवे रे।
आगे आगे भेरुजी ए ,घुंघरिया घमकावे है।
रिमझिम रिमझिम करती ओ म्हारी।

जगमग हार गले में चमके ,कुण्डल कानो माये जी।
लाल रूप माथे पर बिंदिया ,शोभा वरणी न जाये जी।
रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,मात भवानी आवे रे। टेर।

छम छम पग में पायल बाजे ,बिछिया री छवि न्यारी ओ।
तारा जड़िया चुनड़ी में ,शोभा लागे प्यारी ओ।
रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,मात भवानी आवे रे। टेर।

त्रिशूल माता रे हाथ में सोवे ,नथणी नाक रे माहि ओ।
जगमग जोता जागे हो माता ,मोहनी रूप धराई ओ।
रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,मात भवानी आवे रे। टेर।

सिंह चढ़े ने आवो भवानी ,भक्त मंडल गावे है।
अब तो म्हाने दर्शन देवो ,भक्त घणा सुख पावे है।
रिमझिम रिमझिम करती म्हारी ,मात भवानी आवे रे। टेर।

bhagwat suthar ke bhajan

Bhajan / Geet(भजन ) == रिमझिम रिमझिम करती म्हारी
Bhajan Singer/गायक = भगवत सुथार
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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