ले सतगुरु की शरण तिरण रो मोको आयो भजन लिरिक्स

ले सतगुरु की शरण तिरण रो मोको आयो भजन लिरिक्स
, manva le satguru ki sharan tiran ro avsar aayo re bhajan lyrics

तिरण रो मोको आयो रे

अवसर आयो रे ,
तिरण रो मोको आयो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,
तिरण रो मोको आयो रे।

शुभ कर्मो से नर तन पायो ,
अब तक सोच समझ नहीं लायो।
बनकर आयो बिन्द नींद में ,
कैसे सोयो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,
तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

जो तुम अपनी मुक्ति चावो ,
दस दोषो को दूर हटावो।
पानी पेली पाळ बांध ले ,
गाफिल क्यों सोयो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,
तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

चोरी चारी और जिव हत्या ,
निन्दा बतिया गाली बखिया।
हरष शोक अभिमान झूठ ,
दस दोष बतायो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,
तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

राजा रावण और शिशुपाला ,
जरासंध बाणासुर मारा।
बड़ा बड़ा भूप हुआ धरण पर ,
पतों नी पायो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,
तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

ये दिन सारा बीत जावेला ,
फिर चौरासी पे मिलणा वेला।
झूठ कपट रो छोड़ मारग ओ ,
सीधो बतायो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,
तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

रामानंद गुरु साँची केवे ,
जाग जिव गुरु हेला देवे ,
हे कबीर विचार मिनख तन ,
मुश्किल पायो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,
तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….


chetawani bhajan lyrics in hindi

manva le satguru ki sharan

avasar aayo re ,
tiran ro moko aayo re .
manva le satguru ki sharan,
tiran ro moko aayo re.

subh karmo se nar tan payo,
ab tak soch samajh nhi layo.
bankar aayo bind nind me,
kaise soyo re.
manav le satguru ki sharan,
tiran ro moko aayo re.

jo tum apni mukti chavo ,
das dosho ko dur hatavo.
pani peli pal bandh le,
gafil kyu soyo re.
manav le satguru ki sharan,
tiran ro moko aayo re.

chor chari or jiv hatya,
ninda batiya gali bakhiya.
harsh shok abiman jhuth,
das dosh batayo re.
manav le satguru ki sharan,
tiran ro moko aayo re.

raja ravan or shishupala,
jarasandh banasur mara.
bada bada bhup hua dharan par,
pato ni payo re.
manav le satguru ki sharan,
tiran ro moko aayo re.

ye din sara beet javela,
fir chorasi pe milna vela.
jhuth kapat ro chhod marag o,
sidho batayo re.
manav le satguru ki sharan,
tiran ro moko aayo re.

ramanad guru sanchi keve,
jag jiv guru hela deve.
kahe kabir vichar minakh tan,
mushkil payo re .
manav le satguru ki sharan,
tiran ro moko aayo re.


चेतावनी भजन लिखित में

मनवा ले सतगुरु की शरण

अवसर आयो रे ,तिरण रो मोको आयो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,तिरण रो मोको आयो रे।

शुभ कर्मो से नर तन पायो ,अब तक सोच समझ नहीं लायो।
बनकर आयो बिन्द नींद में ,कैसे सोयो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

जो तुम अपनी मुक्ति चावो ,दस दोषो को दूर हटावो।
पानी पेली पाळ बांध ले ,गाफिल क्यों सोयो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

चोरी जारी और जिव हत्या ,निन्दा बतिया गाली बखिया।
हरष शोक अभिमान झूठ ,दस दोष बतायो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

राजा रावण और शिशुपाला ,जरासंध बाणासुर मारा।
बड़ा बड़ा भूप हुआ धरण पर ,पतों नी पायो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

ये दिन सारा बीत जावेला ,फिर चौरासी पे मिलणा वेला।
झूठ कपट रो छोड़ मारग ओ ,सीधो बतायो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….

रामानंद गुरु साँची केवे ,जाग जिव गुरु हेला देवे ,
कहे कबीर विचार मिनख तन ,मुश्किल पायो रे।
मनवा ले सतगुरु की शरण,तिरण रो मोको आयो रे। टेर। ….


gopal das vaishnav bhajan lyrics

Bhajan / Geet(भजन ) == तिरण रो मोको आयो रे
Bhajan Singer/गायक = गोपाल दास वैष्णव
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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