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म्हारो मन रे माला में पोई रे भजन लिरिक्स

म्हारो मन रे माला में पोई रे भजन लिरिक्स
, Mahro Man Re Mala Me Poi re satguru nirguni bhajan lyrics

म्हारो मन रे माला में पोई

ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे।

सुख रा महल सोवना छाजा ,
टारी भरम देहड़ली रो राजा।
ज्या री अविगत से गति होई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे।
ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे। टेर। …

तालो लागो तालुआ रे ओळे ,
सतगुरु बिना कैसे खोले।
ज्या री कूंची जगत कर जोई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे।
ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे। टेर। …

पांच चोर जुगती से पकड़ो ,
तीन गुण निसंदेह कर हेरो।
ज्या री अविगत से गति जोई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे।
ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे। टेर। …

शीतलनाथ संतोषी स्वामी ,
अंतर दास केवो गणनोमी।
ज्या ने दास कबीरसा जोई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे।
ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,
म्हारो मन रे माला में पोई रे। टेर। …

satguru nirguni bhajan lyrics in hindi

Mahro Man Re Mala Me Poi re

jya ne om soham me joi re,
mharo man re mala me poi re.

sukh ra mahal sovna chhaja,
tari bharam dehdali ro raja.
jya ri avigat se gati hoi re,
mharo man re mala me poi re.
jya ne om soham me joi re,
mharo man re mala me poi re.

talo lago talua re ole,
satguru bina kaise khole.
jya ri kunchi jagat kar joi re,
mharo man re mala me poi re.
jya ne om soham me joi re,
mharo man re mala me poi re.

panch chor jugti se pakdo,
teen gun nisandeh kar hero.
jya ri avigan se gati joi re,
mharo man re mala me poi re.
jya ne om soham me joi re,
mharo man re mala me poi re.

shitalnath santoshi swami,
antar das kevo gannomi.
jya ne das kabirsa joi re,
mharo man re mala me poi re.
jya ne om soham me joi re,
mharo man re mala me poi re.

जय गुरुदेव निर्गुण भजन लिरिक्स

म्हारो मन रे माला में पोई रे

ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे।

सुख रा महल सोवना छाजा ,टारी भरम देहड़ली रो राजा।
ज्या री अविगत से गति होई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे।
ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे। टेर। …

तालो लागो तालुआ रे ओळे ,सतगुरु बिना कैसे खोले।
ज्या री कूंची जगत कर जोई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे।
ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे। टेर। …

पांच चोर जुगती से पकड़ो ,तीन गुण निसंदेह कर हेरो।
ज्या री अविगत से गति जोई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे।
ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे। टेर। …

शीतलनाथ संतोषी स्वामी ,अंतर दास केवो गणनोमी।
ज्या ने दास कबीरसा जोई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे।
ज्या ने ओहम सोहम में जोई रे ,म्हारो मन रे माला में पोई रे। टेर। …

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jog bharti bhajan lyrics

Bhajan / Geet(भजन ) == म्हारो मन रे माला में पोई
Bhajan Singer/गायक = जोग भारती
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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