म्हारो हिरदो सुनो राम बिना मने चेन नहीं आवे भजन लिरिक्स

म्हारो हिरदो सुनो राम बिना मने चेन नहीं आवे भजन लिरिक्स
ram bina mane chain nahi aave ram ji ke chetawani bhajan lyrics

म्हारो हिरदो सुनो राम बिना

म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,
म्हने चेन नहीं आवे रे।
चैन नहीं आवे रे राम बिना ,
चैन नहीं आवे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,
म्हने चेन नहीं आवे रे।

चुग चुग फुलड़ा लावे सखी म्हारे ,
सेज बिछावे रे।
कृष्ण बिना म्हारे काटा लागे ,
नींद नहीं आवे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,
म्हने चेन नहीं आवे रे। टेर। ….

रुच रुच भोजन परोसिया सखी ,
म्हने कोहि जिमावे रे।
राम बिना म्हने लागे अलुणा ,
धान नहीं भावे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,
म्हने चेन नहीं आवे रे। टेर। ….

क्यों कहु सखी क्यों नी जावे ,
विरह सतावे रे।
ऐसा मिले कोई संत उपदेशी ,
राम मिळावे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,
म्हने चेन नहीं आवे रे। टेर। ….

हिरापुरी गुरु सामरथ मिलिया ,
वे समझावे रे।
निर्भयपुरी सतगुरु जी शरणे ,
मोक्ष पावे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,
म्हने चेन नहीं आवे रे। टेर। ….

ram ji ke chetawani bhajan lyrics

ram bina mane chain nahi

mharo hirdo suno ram bina,
mhane chen nhi aave re.
chain nhi aave re ram bina,
chain nhi aave re.
mharo hirdo suno ram bina,
mhane chain nhi aave re.

chug chug fulda lave sakhi mhare,
sej bichhave re.
krishna bina mhare kata lage,
nind nhi aave re.
mharo hirdo suno ram bina,
mhane chen nhi aave re.

ruch ruch bhojan parosiya sakhi,
mhane kohi jimave re.
ram bina mhane lage aluna,
dhan nhi bhave re.
mharo hirdo suno ram bina,
mhane chen nhi aave re.

kyu kahu sakhi kyu ni jave,
virah satave re.
aisa mile koi sant updeshi,
ram milave re.
mharo hirdo suno ram bina,
mhane chen nhi aave re.

heera puri guru samrath miliya,
ve samjhave re.
nirbhaypuri satguru ji sharne,
moksh pave re.
mharo hirdo suno ram bina,
mhane chen nhi aave re.

श्री राम जी के चेतावनी भजन लिरिक्स

राम बिना मने चेन नहीं आवे

म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,म्हने चेन नहीं आवे रे।
चैन नहीं आवे रे राम बिना ,चैन नहीं आवे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,म्हने चेन नहीं आवे रे।

चुग चुग फुलड़ा लावे सखी म्हारे ,सेज बिछावे रे।
कृष्ण बिना म्हारे काटा लागे ,नींद नहीं आवे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,म्हने चेन नहीं आवे रे। टेर। ….

रुच रुच भोजन परोसिया सखी ,म्हने कोहि जिमावे रे।
राम बिना म्हने लागे अलुणा ,धान नहीं भावे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,म्हने चेन नहीं आवे रे। टेर। ….

क्यों कहु सखी क्यों नी जावे ,विरह सतावे रे।
ऐसा मिले कोई संत उपदेशी ,राम मिळावे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,म्हने चेन नहीं आवे रे। टेर। ….

हिरापुरी गुरु सामरथ मिलिया ,वे समझावे रे।
निर्भयपुरी सतगुरु जी शरणे ,मोक्ष पावे रे।
म्हारो हिरदो सुनो राम बिना ,म्हने चेन नहीं आवे रे। टेर। ….

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jog bharti Ke bhajan lyrics

Bhajan / Geet(भजन ) == राम बिना मने चैन नहीं आवे रे
Bhajan Singer/गायक = जोग भारती जी
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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