सत्संग में आके पापी पार हो जाता भजन लिरिक्स

सत्संग में आके पापी पार हो जाता भजन लिरिक्स
satsang me aa ke papi par ho jate satsang mahima bhajan lyrics

सत्संग में आके

सत्संग में आके ,
पापी भी पार हो जाते।
पार हो जाते ,
पापी भी पार हो जाते।

अजा मिन सा पापी तरग्या ,
लूट कोष धन लाते।
सप्त ऋषि मारग में मिलग्या ,
सत्य मार्ग दर्शाते।
सत्संग में आके ,
पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

अचमा अचमी सतनाम अली ,
धन्ना भगत कहाते।
सत पुरुषों की शरण में आके ,
सत्य विश्राम पाते।
सत्संग में आके ,
पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

जैसे ने तू काशी पात्र की ,
पाप कट जाते।
आग के बीच में लोहा लाके ,
जल के बीच तराते।
सत्संग में आके ,
पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

नामदेव छिपा लखमा माली ,
कालू कीर कहाते।
अजा मिर्जा कहे वेद जो ,
बैकुंठा तक जाते।
सत्संग में आके ,
पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

लोहा संग करे पारस की ,
कंचन बन जाते।
रविदास माने सतगुरु मिलया ,
भव से पार कराते।
सत्संग में आके ,
पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

satsang mahima bhajan lyrics in hindi

satsang me aa ke

satsang me aake,
papi bhi par ho jate.
par ho jate ,
papi bhi par ho jate.
satsang me aake,
papi bhi par ho jate.

aja min sa papi targya,
lut kosh dhan late.
sapt rishi marag me milgya,
satye marg darshate.
satsang me aake,
papi bhi par ho jate.

achma achmi satnam ali,
dhanna bhagat kahate.
sat purusho ki sharan me aake,
satye vishram pate.
satsang me aake,
papi bhi par ho jate.

jaise ne tu kashi patra ki,
pap kat jate.
aag ke bich me loha lake,
jal ke bich tarate.
satsang me aake,
papi bhi par ho jate.

namdev chhipa lakhma mali,
kalu keer kahate.
aja mirja kahe ved jo,
baikuntha tak jate.
satsang me aake,
papi bhi par ho jate.

loha sang kare paras ki,
kanchan ban jate.
ravidas mane satguru miliya,
bhav se par karate.
satsang me aake,
papi bhi par ho jate.

सत्संग महिमा भजन लिरिक्स

सत्संग में आके पापी

सत्संग में आके ,पापी भी पार हो जाते।
पार हो जाते ,पापी भी पार हो जाते।

अजा मिन सा पापी तरग्या ,लूट कोष धन लाते।
सप्त ऋषि मारग में मिलग्या ,सत्य मार्ग दर्शाते।
सत्संग में आके ,पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

अचमा अचमी सतनाम अली ,धन्ना भगत कहाते।
सत पुरुषों की शरण में आके ,सत्य विश्राम पाते।
सत्संग में आके ,पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

जैसे ने तू काशी पात्र की ,पाप कट जाते।
आग के बीच में लोहा लाके ,जल के बीच तराते।
सत्संग में आके ,पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

नामदेव छिपा लखमा माली ,कालू कीर कहाते।
अजा मिर्जा कहे वेद जो ,बैकुंठा तक जाते।
सत्संग में आके ,पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

लोहा संग करे पारस की ,कंचन बन जाते।
रविदास माने सतगुरु मिलया ,भव से पार कराते।
सत्संग में आके ,पापी भी पार हो जाते। टेर। ….

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bhagat ram niwas ke bhajan

Bhajan / Geet(भजन ) == सत्संग में आके पापी भी पार हो जाते
Bhajan Singer/गायक = भगत रामनिवास
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics

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