काया तेरी नगरी में बोलता है कौन भजन लिरिक्स
, kaya teri nagari me bolta hai kon kabir saheb ke chetawani bhajan lyrics
काया तेरी नगरी में
काया तेरी नगरी में ,
बोलता है कोन।
बोलता है कोन काया ,
बोलता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,
बोलता है कोन।
आप बाग़ और आप बगीचा।
ये काची पाकी कलियाँ ने ,
तोड़ता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,
बोलता है कोन। टेर।
आप ही ताला आप ही कूची।
बंध ताला को ये ,
खोलता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,
बोलता है कोन। टेर।
आप ही सोये आप ही जागे।
सोते सोते सपने में ,
बोलता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,
बोलता है कोन। टेर।
कहेत कबीर सुणो भाई साधु।
बिना तराजू जग ने ,
तोलता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,
बोलता है कोन। टेर।
- धिन माता धिन धरती भजन लिरिक्स
- एक दिन वो भोले भंडारी भजन लिरिक्स
- संतो अजर अमर घर पाया भजन लिरिक्स
- साधु भाई ! मन से जाणे नर मोटा भजन लिरिक्स
- म्हारो मन रे माला में पोई रे भजन लिरिक्स
kabir saheb ke chetawani bhajan lyrics in hindi
kaya teri nagari me bolta hai kon
kaya teri nagari me,
bolta hai kon.
bolta hai kon kaya ,
bolta hai kon .
kaya teri nagari me ,
bolta hai kon.
aap baag or aap bagicha.
ye kachi paki kaliya ne,
tolta hai kon.
kaya teri nagari me ,
bolta hai kon.
aap hi tala aap hi kuchi.
bandh tala ko ye,
kholta hai kon.
kaya teri nagari me ,
bolta hai kon.
aap hi soye aap hi jage.
sote sote sapne me,
bolta hai kon.
kaya teri nagari me ,
bolta hai kon.
kahet kabir suno bhai sadhu.
bina taraju jag ne ,
tolta hai kon.
kaya teri nagari me ,
bolta hai kon.
- सुरता ने ले नी जगाय पिंजर पड़ जासी भजन लिरिक्स
- चामडा की पुतली भजन कर ले सुमिरन करले भजन लिरिक्स
- म्हारो हिरदो सुनो राम बिना मने चेन नहीं आवे भजन लिरिक्स
कबीर चेतावनी भजन लिरिक्स
काया तेरी नगरी में बोलता है कौन
काया तेरी नगरी में ,बोलता है कोन।
बोलता है कोन काया ,बोलता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,बोलता है कोन।
आप बाग़ और आप बगीचा।
ये काची पाकी कलियाँ ने ,तोड़ता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,बोलता है कोन। टेर।
आप ही ताला आप ही कूची।
बंध ताला को ये ,खोलता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,बोलता है कोन। टेर।
आप ही सोये आप ही जागे।
सोते सोते सपने में ,बोलता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,बोलता है कोन। टेर।
कहेत कबीर सुणो भाई साधु।
बिना तराजू जग ने ,तोलता है कोन।
काया तेरी नगरी में ,बोलता है कोन। टेर।
- मनाजी थारी उमर रेल ज्यू दौड़े भजन लिरिक्स
- संतो ! ज्ञान करे निर्मोही भजन लिरिक्स
- सत्संग में आके पापी पार हो जाता भजन लिरिक्स
- अचरज देखा भारी रे साधो भजन लिरिक्स
rekha garg Ke bhajan lyrics
Bhajan / Geet(भजन ) == काया तेरी नगरी में बोलता है कोन
Bhajan Singer/गायिका == रेखा गर्ग
Bhajan Lyrics Type = भजन Lyrics